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27 अगस्त तक होती रहेगी बारिश
संकट : बारिश से जलजमाव, जनजीवन अस्त-व्यस्त शहरी क्षेत्र के निचले इलाके के घरों में घुसा पानी जमुई : जमुई व आसपास के क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से रुक-रुक हो रही बारिश के कारण पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. बहीं कृषि विज्ञान के न्द्र खादीग्राम के कृषि वैज्ञानिक डॉ प्रमोद कुमार ने बताया […]
संकट : बारिश से जलजमाव, जनजीवन अस्त-व्यस्त
शहरी क्षेत्र के निचले इलाके के घरों में घुसा पानी
जमुई : जमुई व आसपास के क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से रुक-रुक हो रही बारिश के कारण पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. बहीं कृषि विज्ञान के न्द्र खादीग्राम के कृषि वैज्ञानिक डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि अगामी 27 अगस्त तक दक्षिण पश्चिमी मानसून की वजह से जिले में मुसलाधार बारिश होगी. इतने में लोगों का हाल बेहाल है.
शहर के मुख्य सड़कों से लेकर सरकारी कार्यालयों व विद्यालय परिसर में जलजमाव से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया. विभिन्न मार्गो पर यातायात सेवा भी बुरी तरह प्रभावित हुई है. जिला में बुधवार की मध्य रात्रि से जो मूसलाधार बारिश प्रारंभ हुई वह शुक्रवार को भर दिन जारी रहा. हर मार्ग पर 1-2 फीट पानी भरा था तो सड़कों पर वीरानी छायी थी. वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप रहा. जहां कहीं भी दो पहिये व चार पहिये वाहन पानी के बीच से गुजरा वहां वाहन चालक की परेशानी बढ़ गयी. वहीं भारी बारिश के कारण शहरी क्षेत्र के निचले इलाके के घरों में पानी प्रवेश कर गया.
फलत: लोगों को भारी परेशानी हुई. वहीं बारिश से जहां कमजोर दीवार ध्वस्त हो गये वहीं कई पेड़ भी गिर गये.लक्ष्मीपुर . प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय गोड्डी के प्रांगण में जलजमाव होने से विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विद्यालय के प्रांगण में जलजमाव से तालाब-सा नजारा हो गया है. जिससे छात्र-छात्र सहित शिक्षकों को भी आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
सबसे अधिक परेशानी वर्ग प्रथम-द्वितीय में पढ़ने वाले छात्रों को उठाना पड़ रहा है.इसके बावजूद विद्यालय प्रशासन द्वारा जल निकासी करने को लेकर कोई प्रयास नहीं होता देख लोग आश्चर्यचकित हो रहे हैं. वहां के दर्जनों अभिभावक बताते हैं कि विद्यालय में जल जमाव की स्थिति बरसात का मौसम समाप्त होने के बाद भी बना रहता है.
दरअसल विद्यालय प्रांगण की स्थिति ऐसी है कि हल्की भी वर्षा होने पर कई दिनों तक जलजमाव रहता है. अभिभावक बताते हैं कि महीनों जल जमाव रहने के कारण विद्यालय परिसर में मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ जाता है . जिससे वहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के बीमार होने की आशंका बनी रहती है.जलजमाव को लेकर विद्यालय प्रधानाध्यापक व शिक्षा समिति भी उदासीन बना हुआ है. सूत्रों की मानें तो विद्यालय विकास हेतु विभाग द्वारा प्रतिवर्ष राशि मुहैया कराया जाता है.
इसके बावजूद भी किसी का ध्यान इस ओर नहीं जाता है.इस बाबत विद्यालय प्रधानाध्यापक चतुभरूज यादव से पूछे तो बताते हैं कि इसके लिए विद्यालय को राशि विद्यालय को नहीं मिलता है. विद्यालय परिसर में जलजमाव के बाबत विभाग को जानकारी दी गयी है.
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