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अब तक नहीं प्रारंभ हो सकी हैं खरीफ फसल की बुआई
जमुई: जिले में मानसून का आगमन होने के बाद भी बारिश नहीं होने के कारण अब तक धान, मक्का,अरहर आदि खरीफ फसलों की बुआई नहीं हो पायी है. बारिश नहीं होने के कारण रोहण नक्षत्र बीत जाने के बाद भी धान का बिचड़ा तैयार नहीं होने कारण किसान काफी परेशान नजर आ रहे हैं. कृषि […]
जमुई: जिले में मानसून का आगमन होने के बाद भी बारिश नहीं होने के कारण अब तक धान, मक्का,अरहर आदि खरीफ फसलों की बुआई नहीं हो पायी है. बारिश नहीं होने के कारण रोहण नक्षत्र बीत जाने के बाद भी धान का बिचड़ा तैयार नहीं होने कारण किसान काफी परेशान नजर आ रहे हैं. कृषि विभाग के कर्मियों की मानें तो सही तरीके से बारिश नहीं होने के कारण धान का बिचड़ा तैयार नहीं हो पाया है. जिसके कारण किसानों को यह चिंता सताने लगी है कि अगर अभी तक बारिश नहीं हुई है तो धान की बुआई कैसे सही समय पर हो पायेगी.
सरकार द्वारा जिले में धान बुआई का लक्ष्य 63 हजार हेक्टेयर में निर्धारित किया गया है. लेकिन मौसम के बेरूखी के कारण बुआई तो दूर धान का बिचड़ा ही तैयार नहीं हो पाया है. जिसके कारण किसानों को अभी से ही धान की फसल अच्छी नहीं होने की चिंता सताने लगी है. हालांकि जिले के कुछ क्षेत्रों में लोगों ने अरहर, मक्का आदि की बुआई अपने खेतों में पटवन करके की है. लेकिन वे भी बारिश नहीं होने के कारण काफी परेशान हैं. विदित हो कि जिले के अधिकांश क्षेत्रों में धान की बुआई व्यापक पैमाने पर होती है और धान ही अधिकांश लोगों का मुख्य फसल है. किसान रामेंद्र कुमार, दिवाकर कुमार, मनोहर कुमार, अजरुन कुमार, विशुनदेव कुमार, राजेंद्र सिंह, अरविंद कुमार, रणधीर कुमार, नरेश कुमार आदि ने मायूसी भरे लहजे में कहा कि अभी तक बारिश नहीं हुई है. ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार भी मौसम धोखा देगा.
कहते हैं कृषि पदाधिकारी
इस बाबत पूछे जाने पर कृषि पदाधिकारी समीर कुमार ने बताया कि किसान बारिश होने पर ही अपने-अपने खेतों में धान का बिचड़ा तैयार करें. क्योंकि बगैर बारिश के धान की बुआई संभव नहीं है.
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