मौके पर उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ शशिकांत दूबे ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों के मौलिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों में न केवल शिक्षण कौशल विकसित करना आवश्यक है बल्कि समर्पित एवं सेवा भाव से अध्यापन करने की भी आवश्यकता है.
कार्यशाला के दौरान अंग्रेजी भाषा के विकास एवं मूल्यांकन से जुड़े विषयों से सभी आयामों पर साधनसेवी डॉ आरके सिन्हा, गीता मैत्र व एसके अम्बष्ट ने विस्तारपूर्वक चर्चा की. जिला शिक्षा पदाधिकारी बीएन झा ने शिक्षा के क्षेत्र में डीएवी के अहम भागीदारी की सराहना की और ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन को बच्चों के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में आवश्यक कदम भी बताया. वहीं क्षेत्रीय निदेशक केके सिन्हा ने सभी प्रतिभागी शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में बदलते परिदृश्य के अनुरुप बच्चों के मनोविज्ञान को समझते हुए अध्यापन कार्य करने पर जोर दिया. इस अवसर पर दर्जनों शिक्षक मौजूद थे.