जहां ग्रामीण टिभन मांझी एवं उसकी पत्नी ने इसी थाना क्षेत्र के पवैय निवासी उमेश सिंह पर बंधुआ मजदूरों की तरह काम लेने, पिटाई करने एवं प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए इस बाबत सूर्यगढ़ा थाना में आवेदन देकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगायी है. आवेदन में कहा गया है कि टिभन मांझी उमेश सिंह के यहां हलवाही करते थे लेकिन इसके एवज में उन्हें मजदूरी नहीं मिलता था. टिभन मांझी एवं उसकी पत्नी भूख एवं गरीबी के साथ टीबी रोग से ग्रसित हो गये. वे लखीसराय स्थित एक निजी क्लिनिक में किसी तरह अपना इलाज करा रहे हैं.
आर्थिक विपन्नता एवं बीमारी से पीड़ित टिभन मांझी 19 मार्च 2015 को मजदूरी करने पवैय गांव गये. वहां उमेश सिंह ने उसे अपने दरवाजा पर बुला कर लाठी डंडे से बुरी तरह पीटा. भद्दी भद्दी गालियां देते हुए थाना या जिलाधिकारी को घटना की सूचना नहीं देने की धमकी दी. टिभन मांझी ने आरोप लगाया है कि आरोपी द्वारा उससे बंधुआ मजदूर की तरह काम लिया जाता है. उसके पिता को भी इसी तरह हलवाही कराते कराते मार डाला गया. इधर सूर्यगढ़ा थानाध्यक्ष राम निवास ने मामले से पल्ला झाड़ते हुए बताया कि वे फिलहाल थाना से बाहर हैं. मामले के संबंध में उन्हें कुछ याद नहीं है और उन्होंने अपना फोन काट दिया.