जमुई: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह की अगुवाई में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन शक्ति प्रदर्शन का प्रयास था, लेकिन जमुई के समर्पित कार्यकर्ताओं को हमलोग धन्यवाद देना चाहेंगे कि उन्होंने जमुई के जनादेश के साथ धोखा करने वाले लोगों की कुत्सित मंशा पर पानी फे र दिया है.
उक्त बातों की जानकारी जदयू कार्यकर्ताओं ने प्रेस वार्ता कर दी. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जिला सम्मेलन के आयोजन से कृषि मंत्री को यह आभास हो गया होगा कि जमुई की जनता उनके साथ नहीं है, बल्कि विकास पुरुष नीतीश कुमार के साथ है, क्योंकि नीतीश कुमार के आह्वान पर ही जमुई के लोगों ने इन्हें चुनाव में ताकत देने का काम किया था.
जदयू का इतिहास रहा है कि जमुई में कार्यकर्ता सम्मेलन करने के लिए कभी भी गाड़ियां गांव-गांव भेज कर खर्चा देने की जरूरत नहीं पड़ी थी. नीतीश कुमार के आह्वान पर सारे कार्यकर्ता सिर्फ कार्यक्रम की सूचना पाकर सम्मेलन स्थल पर पहुंच जाया करते थे, लेकिन आज हालत यह हो गयी है कि सत्ता की आड़ में भ्रष्टाचार को प्रश्रय देने वाले और दल के समर्पित कार्यकर्ताओं को हाशिए पर रखने वाले चाटुकार लोग गांव-गांव घूम कर गाड़ी भेज कर कार्यकर्ताओं को बुला रहे थे, जो टांय-टांय फिस्स हो गया. यह शक्ति प्रदर्शन जमुई की भोली जनता को भरमाने का प्रयास था, जो विफल हो गया.
नीतीश कुमार व शरद यादव के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को उर्वशी कहने वाले जान लें कि उर्वशी का कार्य होता था देवराज इंद्र के दरबार में आने वाले देवताओं को अपने सौदर्य के मोहपाश में बांध लेना. वास्तव में सत्ता के धाह में अधिकारियों व बिचौलियों को मोहपाश में बांधने वाले खुद उर्वशी की भूमिका में कार्य कर रहे थे. वास्तव में कृषि के क्षेत्र में जो कुछ विकास हुआ है वह नीतीश कुमार के दूरदर्शी विचारों की देन है. नीतीश कुमार की ताकत पर तीन-तीन पुत्रों को विधायक बनाने वाले नेता ने जिस थाली में खाया उसी थाली में छेद कर दिया. इसलिए जमुई की जनता उन्हें जरूर सबक सिखायेगी. प्रेस वार्ता के दौरान नव मनोनीत जिलाध्यक्ष शिवशंकर चौधरी, ईं शंभूशरण, ठाकुर नवीन सिंह, सकलदेव यादव, रंजीत सिंह, ब्रrादेव रावत, सुनील बिंद मौजूद थे.