युवा और बच्चे भी हड्डी रोग की चपेट में : डॉ फिरोज तेजी से बढ़ रही ऑर्थराइटिस पीड़ितों की संख्यामीरगंज में चला जागरूकता अभियानसंवाददाता/हथुआएक समय था, जब 50 साल की उम्र सीमा पार करने के बाद ही हड्डियों में कमजोरी की शिकायतें आती थीं. लेकिन, अब बच्चे और युवा भी इस बीमारी से पीड़ित होने लगे हैं. बिहार आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अनुसार सूबे में 50 प्रतिशत बच्चे विटामिन डी-3 की कमी से पीड़ित हैं. इसका मुख्य कारण सूर्य की रोशनी का पर्याप्त नहीं मिलना है. 40 प्रतिशत लड़कों और 60 प्रतिशत लड़कियों में इस विटामिन की कमी है. कुल पीड़ितों में 80 प्रतिशत उच्चवर्गीय परिवार के हैं. उक्त बातें जागरूकता अभियान के तहत मीरगंज नगर के आलम हॉस्पिटल में डॉ फिरोज आलम ने कही. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं. इस बीमारी में हड्डियां कमजोर होने लगती है. बाद में यह आर्थराइटिस में तब्दील हो जाता है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण परिर्वतन, दूषित भोजन और सूर्य की रोशनी पर्याप्त नहीं मिलने के कारण हड्डी से संबंधित बीमारियां अधिक होती है. अनियमित दिनचर्या, उचित खानपान का अभाव, शारीरिक श्रम कम करने के कारण अब यह बीमारी युवाओं को भी अपनी गिरफ्त में ले रही है. डॉ फिरोज ने बताया कि हड्डी की मजबूती के लिए कैल्सियम का होना जरूरी है. लेकिन, हम दूध आदि के रूप में जो कैल्सियम लेते है, उन्हे एक्टिव फॉर्म में करने का कार्य सूर्य का प्रकाश करता है. अर्थात कैल्सियम को विटामिन डी-3 में कनवर्ट सूर्य का प्रकाश करता है. इसलिए हड्डी की मजबूती के लिए कैल्सियम और विटामिन डी-3 दोनों पर्याप्त मात्रा में शरीर में होना जरूरी है. मौके पर सांईं सेवा संस्थान के अध्यक्ष सरोज कुमार रिंकू, मुखिया महफूज अंसारी आदि मौजूद थे. हड्डी में गड़बड़ी से हो सकते हैं विकलांग हड्डी के जोड़ों के वजह से शरीर को गति मिलती है. हड्डी में थोड़ी से गड़बड़ी लोगों को विकलांग बना देती है. उन्होंने इंफेक्शन से बचने, जंक फूड नहीं लेने, स्मोकिंग और अल्कोहल से दूर रहने की सलाह दी. साथ ही कहा कि अपना वजन संतुलित रखें.क्या है ऑर्थराइटिस ऑर्थराइटिस का मतलब हड्डी के जोड़ों में दर्द. यह हड्डी में टीवी, गठिया, चोट लगने या हड्डी में मवाद आने के कारण हो सकता है. यह बीमारी हड्डियों की कमजोरी के कारण होती है. इसका मुख्य कारण वातावरण में प्रदूषण, दूषित भोजन, विटामिन डी की कमी और वंशानुगत है. हड्डियों की मजबूती के लिए ये करें कैल्सियम खाद्य पदार्थों का सेवन करें.सुबह प्रतिदिन सूर्य की रोशनी में आधा घंटा जरूर रहें. नियमित व्यायाम-शारीरिक श्रम करें. बच्चों को प्रतिदिन खेलने का अवसर दें. सुबह उठने के बाद हड्डी से जुड़े कुछ व्यायाम करें. साल में एक बार हड्डी की स्थिति की जानकारी के लिए जांच करायें.
BREAKING NEWS
युवा और बच्चे भी हड्डी रोग की चपेट में : डॉ फिरोज
युवा और बच्चे भी हड्डी रोग की चपेट में : डॉ फिरोज तेजी से बढ़ रही ऑर्थराइटिस पीड़ितों की संख्यामीरगंज में चला जागरूकता अभियानसंवाददाता/हथुआएक समय था, जब 50 साल की उम्र सीमा पार करने के बाद ही हड्डियों में कमजोरी की शिकायतें आती थीं. लेकिन, अब बच्चे और युवा भी इस बीमारी से पीड़ित होने […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement