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अक्तूबर में करें सुगंधित गुलाब पौधे की रोपाई

अक्तूबर में करें सुगंधित गुलाब पौधे की रोपाईडॉ रणधीर कुमार , वरीय वैज्ञानिक उद्यान विभाग (फल व सब्जी ), बीएयू , सबौरप्रश्न. सुगंधित गुलाब पौधे की रोपाई किस प्रकार की मिट्टी में और किस समय की जाती है.उत्तर. सुगंधित गुलाब की खेती दोमट, जीवांशयुक्‍त, मटियार, भरपूर सूर्य प्रकाश व उचित जल निकासी वाली भूमि में […]

अक्तूबर में करें सुगंधित गुलाब पौधे की रोपाईडॉ रणधीर कुमार , वरीय वैज्ञानिक उद्यान विभाग (फल व सब्जी ), बीएयू , सबौरप्रश्न. सुगंधित गुलाब पौधे की रोपाई किस प्रकार की मिट्टी में और किस समय की जाती है.उत्तर. सुगंधित गुलाब की खेती दोमट, जीवांशयुक्‍त, मटियार, भरपूर सूर्य प्रकाश व उचित जल निकासी वाली भूमि में की जा सकती है. गुलाब पौधे की रोपाई अक्‍तूबर व नवंबर माह में की जाती है.प्रश्न. गुलाब के कौन-कौन से हाइब्रीड व व्यावसायिक किस्में हैं.उत्तर. गुलाब के हाइब्रीड किस्मों में टी-सफेद, फास्टरेड जॉन ऑफ केनेडी होमी भाभा, स्वीट एपटन, व्हाइट प्रिंस आदि. पीला किस्मों में गोल्डस्ट्राइक, पीस, मैक- ग्रेडी, सनसेट आदि. बैगनी किस्मों में ब्लूमून, स्टलिंग सिलवर, गोल्डेन गेट, अनुराग आदि. लाल किस्मों में पापा मिलाण्‍ड, थीम ताजमहल, क्रिश्चिन डायर, क्रिमसन ग्‍लोरी, हैपीनेस आदि. गुलाबी किस्मों में सोनिया, पिक्‍चर, एफिल टावर, नोवलेस कान्फीडेन्स, फर्स्ट प्राइज आदि. फ्लोरीबंडा किस्मों में सर्वोदय (नारंगी), बंजारन (लाल), शोला (नारंगी), प्रेमा(हल्का गुलाबी), डेली प्रिंसेज (गुलाबी), हिमागनी (सफेद) आदि. इस प्रकार व्यावसायिक किस्में : सोनिया, मर्सीडीज, इलोना, मनीपौल, स्वीट हर्ट, ग्‍लेडिएटर, डच रोज- टैमटेशन, फस्ट रेड मनीपौल आदि.प्रश्न. गुलाब पौधे की रोपाई कैसे करेंगे.उत्तर. गुलाब पौधे की रोपाई के लिए गड्ढे से गड्ढे की दूरी 60-90 सेमी और गड्ढे की गहराई 25 सेमी व गड्ढे का व्यास 30-40 सेमी रखना चाहिए.प्रश्न. गुलाब फसल के लिए उर्वरक प्रबंधन कैसे करेंगे.उत्तर. गुलाब पौधे की छंटाई व गड्ढा भरने के 10-15 दिन के बाद दो भाग अमोनियम सल्फेट, आठ भाग सिंगल सुपर फास्टफेट, तीन भाग पोटैशियम सल्फेट के मिश्रण को 90 ग्राम प्रति वर्ग मीटर की दर डालना चाहिए. छंटाई के बाद प्रथम बार आये फूल के समाप्त होने पर एसएसपी को छोड़ कर अन्य खाद को पुन: फरवरी में देना चाहिए. पौधा कमजोर हो तो दो भाग पोटैशियम नाइट्रेट, एक भाग पोटैशियम सल्फेट के 14 ग्राम मिश्रण को चार लीटर पानी में घोल कर पत्तियों पर छिड़काव करना चाहिए. यह छिड़काव छंटाई के एक माह बाद से हर सप्ताह फूल निकलने तक करना चाहिए.प्रश्न. प्रदर्शनी के लिए आकर्षक गुलाब फूल प्राप्त करने के लिए क्‍या करना चाहिए.उत्तर. प्रदर्शनी के लिए आकर्षक गुलाब प्राप्त करने के लिए चार भाग मैगनेशियम सल्फेट और एक भाग फेरस सल्फेट के मिश्रण को 1.5 ग्राम प्रति वर्ग मीटर की दर से प्रयोग करना चाहिए. इसके बाद पौधे के कमजोर टहनियों व खराब पत्ती को छांट कर अलग कर देना चाहिए. इसके बाद विनटरिंग करना चाहिए. इसके लिए जड़ों को 15 से 20 सेमी खुदाई कर आठ से .0 दिनों तक खुला छोड़ देना चाहिए. इससे पौधे स्वस्थ्य व तेजी से फलते फूलते हैं.प्रश्न. गुलाब के पौधे में कौन-कौन रोग व्याधि का प्रकोप होता है.उत्तर. गुलाब के पौधे में डाई बैक नामक रोग का मुख्यत: प्रकोप होता है. इस बीमारी के नियंत्रण के लिए कटाई-छंटाई के बाद कटे हुए डंटल पर चार भाग कॉपर सल्फेट, चार भाग रेड लेड, पांच भाग तीसी के तेल के मिश्रण का पेस्ट तैयार कर लेप और 0.2 प्रतिशत कैप्टान के घोल का छिड़काव करना चाहिए, इससे डाइबैक के साथ-साथ ब्लैक स्पॉट नामक बीमारी की भी रोकथाम होती है. इसके अलावे गुलाब पौधे पर दीमक का भी प्रकोप होता है. दीमक के कीट पौधे की जड़ को खाकर खत्म कर देता है, जिससे पौधे सूख जाते है. इसके नियंत्रण के लिए क्‍लोरपाइरीफॉंस दवा 20 प्रतिशत तीन लीटर पानी में घोल कर प्रति हेक्‍टेयर मिट्टी की दर से छिड़काव करना चाहिए.

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