छपरा (नगर): विगत तीन सालों से ठंडे बस्ते में बंद जेपीविवि के मृत कर्मियों के आश्रितों के नियुक्ति का मामला अंतत: गुरुवार को अनुकंपा समिति की बैठक में निष्पादित कर दिया गया. कुलपति डॉ एसएन दूबे की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कुल 11 आवेदनों में से 10 पर समिति द्वारा अपनी सहमति देकर आश्रितों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त कर दिया गया. उधर, एक मात्र समंजन कर्मी के आश्रित के नियुक्ति संबंधी मामले पर भी समिति द्वारा सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए अगली बैठक में इसके निष्पादन की बात कही गयी.
समित की बैठक में राजेंद्र कॉलेज के मृत कर्मी सोहन राम की पत्नी प्रमिला देवी को रामेश्वर प्रसाद के पुत्र लव कुमार, डा. रणजीत साह की पुत्री रश्मी रानी, राम जयपाल कॉलेज के मृत कर्मी रवींद्र राम के पुत्र विनोद कुमार, पीएन कॉलेज, परसा के जगलाल राय के पुत्र रंजन कुमार विद्यार्थी, जगलाल चौधरी कॉलेज के सच्चिदानंद सिंह के पुत्र हिमांशु शेखर, कमला राय कॉलेज, गोपालगंज के छोटे लाल चौधरी के पुत्र संदीप कुमार, गोरियाकोठी कॉलेज, सीवान के मोहन राम के पुत्र विनोद राम तथा डीएवी कॉलेज, सीवान के मृत कर्मी राम नरेश गिरि की पतोहू सविता गिरि को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति की गयी. अनुकंपा समिति की बैठक में विवि के कुलसचिव प्रो. विजय प्रताप कुमार, डॉ केदारनाथ, विवि शिक्षकेतर संघ के प्रक्षेत्रीय सचिव ब्रजकिशोर सिंह, शिशिर कुमार, सचिव अनिल कुमार सिंह, डा. आरके पाठक सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
प्रतिभा खोज 22 को
अभाविप द्वारा 22 सितंबर को आयोजित स्वामी विवेकानंद प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु गुरुवार को समीक्षा बैठक की गयी. बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रतियोगिता के संयोजक चरण दास ने कहा कि प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए 20 सितंबर तक आवेदन लिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि 22 को राम जयपाल कॉलेज में 100 अंकों की लिखित परीक्षा ली जायेगी. उन्होंने कहा कि सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र व पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. बैठक में अखिलेश मांझी, कार्यक्रम प्रमुख नवलेश कुमार सिंह, रवि पांडेय, आकाश कुमार, अभिषेक कुमार, विष्णु कुमार, वीरेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे.
(���pe Pe े अधिक लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. आंदोलनकारी शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन को अंतिम रूप देने का प्रयास किया. बीच में कई गुटों में आंदोलनकारी बंट गये, जिसके कारण पुलिस को काफी राहत मिली. स्थिति कब विस्फोटक होती कहना मुश्किल था. नेतृत्व करनेवाले लोग भी इसे शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन संपन्न कराया. मीरा टोला कांड के बाद पुलिस के खिलाफ आयोजित आंदोलन को लेकर जिले के वरीय अधिकारी भी परेशान रहे . पल- पल की स्थिति पर वरीय अधिकारियों की नजर थी .डीएम कृष्ण मोहन से लेकर पुलिस कप्तान डॉ विनोद कुमार चौधरी ,एएसपी अनिल कुमार भी इस घटना पर नजर रखे हुए थे. थानाध्यक्ष अभिनंदन मंडल और अंचल पदाधिकारी ने काफी प्रयास कर उग्र आंदोलनकारियों को शांत कराते हुए कार्रवाई की बात कही. हालांकि आंदोलन को देखते हुए कई थानों की अतिरिक्त पुलिस सैप के जवान और बीएमपी के जवानों को �����X �] ा के लिए तैनात किया गया था .