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विश्वास न टूटने दें अधिवक्ता
पंडित शिवचंद्र मिश्र स्टडी सेंटर का चीफ जस्टिस ने किया उद्घाटन गोपालगंज : पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति एन नरसिम्हा रेड्डी ने कहा है कि अधिवक्ता समाज के विश्वास को टूटने न दें. समाज के लोग अधिवक्ता के पास न्याय दिलाने के लिए पहुंचते हैं. अधिवक्ता अपने दायित्वों का निर्वहण ईमानदारी से करे, तो […]
पंडित शिवचंद्र मिश्र स्टडी सेंटर का चीफ जस्टिस ने किया उद्घाटन
गोपालगंज : पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति एन नरसिम्हा रेड्डी ने कहा है कि अधिवक्ता समाज के विश्वास को टूटने न दें. समाज के लोग अधिवक्ता के पास न्याय दिलाने के लिए पहुंचते हैं.
अधिवक्ता अपने दायित्वों का निर्वहण ईमानदारी से करे, तो मुकदमों के निबटारे में तेजी आयेगी. अधिवक्ता कोर्ट अपना पक्ष रख कर आरोपित को सजा भी दिला देते हैं, लेकिन कोर्ट के समक्ष तथ्य नहीं रख पा रहे हैं. इसके लिए अधिवक्ता को कठोर अध्ययन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि न्यायालयों में पुराने वादों की संख्या अधिक है. इन वादों के निबटारे के लिए अधिवक्ता और न्यायिक पदाधिकारी दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका है.
शनिवार को गोपालगंज के वकालतखाना परिसर में स्थित अधिवक्ता स्व शिवचंद्र मिश्र स्टडी सेंटर के उद्घाटन समारोह को मुख्य न्यायमूर्ति संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पुराने मामलों का निबटारा जल्द नहीं किया गया, तो आम लोगों का न्याय से विश्वास उठेगा. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इन वादों के निबटारे के लिए जरूरी है कि अधिवक्ता और न्यायिक पदाधिकारी ईमानदारी से प्रयास करें. न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि बार के धनी होने से कोर्ट भी धनी होता है. आज के समय में युवा अधिवक्ता को आर्थिक रू प से मजबूत बनने के लिए समुचित प्रयास की जरूरत है.
इसके लिए युवा अधिवक्ता ईमानदारीपूर्वक कानून की किताब को पढ़ें. तथ्यों को सामने लाएं, ताकि न्याय मिले. न्यायमूर्ति डॉ रवि रंजन ने कहा कि न्याय के लिए सिर्फ पढ़ाई की जरूरत नहीं, इसके लिए अनुभव की जरूरत है. ऐसे में युवा अधिवक्ता अपने वरीय अधिवक्ता से अनुभव प्राप्त करें. उनके अनुभव ही उनके जीवन में बेहतर मार्गदर्शन करेगा. न्यायमूर्ति अजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बगैर संघर्ष के कुछ भी नहीं प्राप्त होता.
वकालत के लिए युवाओं को पढ़ना बहुत जरूरी है, ताकि पक्षकार के वाद निबटारे के समय कानून की पूरी जानकारी रहे. न्यायमूर्ति मिहिर कुमार झा ने कहा कि पुराने वाद के निबटारे में अधिवक्ता को पूरा जोर लगाने की जरूरत है. बिना उनके सहयोग का मामलों का निबटारा संभव नहीं है.
इस मौके पर बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष अखौरी चरण मंगला, जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह, सीजेएम, सब जज आनंद बिहारी श्रीवास्तव, पुलिस कप्तान अनिल कुमार सिंह, अपर समाहर्ता जयनारायण झा, जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष शैलेश तिवारी, महासचिव प्रेमनाथ मिश्र, पूर्व महासचिव राजेश कुमार पाठक, वरीय अधिवक्ता एकरामुल हक, जानकी शरण पाठक, अली इमाम, धर्मदेव सिंह, प्रसिद्ध नारायण मिश्र, मनीष मिश्र, दारोगा राय, अशोक तिवारी, राम अवतार सिंह, रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी, मनोज कुमार शर्मा, परवेज हसन समेत सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे. बाद में पटना हाइकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति ने ऐतिहासिक थावे मंदिर में पूजा-अर्चना की.
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