गोपालगंज : बैंक खाता धारकों के लिए राहत की खबर हैं. यदि वे बैंक बदलते हैं तब भी उनका एकाउंट नंबर नहीं बदलेगा. यह सुविधा एकाउंट नंबर पोर्टेबिलिटी (एएनपी) योजना के तहत संभव हो सकेगी.
इस योजना को मूर्तरूप देने का कार्य चल रहा है ताकि उपभोक्ताओं के खातों में सीधे नकद सब्सिडी देने के लिए जल्द से जल्द एएनपी लागू की जा सके. बैंक अधिकारियों के अनुसार एएनपी योजना पर तेजी से काम हो रहा है. इसमें कुछ तकनीकी दिक्कतें हैं, दूर होते ही इसका लाभ मिलने लगेगा.
मिलेगी सहूलियत
बैंक खाता पोर्टेबिलिटी से काफी सहूलियत मिलेगी. खाता धारकों के सामने किसी एक शाखा या बैंक में बंध कर रहने की कोई बाध्यता नहीं रह जायेगी. सब्सिडी पाने वाला अगर एक से दूसरे शाखा या फिर शहर छोड़ कर दूसरे स्थान पर जाता है, तब भी उसका बैंक खाता नंबर नहीं बदलेगा.
सब्सिडी ट्रांसफर में नहीं होगी रुकावट
ऐसे में सब्सिडी ट्रांसफर का काम बगैर किसी रु कावट के चलता रहेगा. ग्राहक अपनी सुविधा के मुताबिक बैंक का चयन कर सकता है. सब्सिडी का लाभ न पाने वाले खाता धारकों के लिए भी काफी राहत होगी. खाता नंबर पहले से होने की वजह से कोई भी बैंक बगैर पहचान सत्यापन प्रक्रि या के भी जल्दी से ग्राहक का एकाउंट खोल सकेगा.
बचत खाता नंबर की पोर्टेबिलिटी होने के बाद बैंकों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. वे ग्राहक खोने की डर से सेवा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देंगे. इसका असर बैंक सेवा शुल्कों पर भी पड़ सकता है. ग्राहकों को लुभाने के लिए बैंकों की ओर से आकर्षक ब्याज दरों का प्रलोभन भी दिया जा सकता है. कुल मिलाकर इसका फायदा खाता धारकों को ही होगा.