गोपालगंज : केंद्र सरकार की ओर से दवा के तीन साल्ट पर प्रतिबंध है, लेकिन वह मेडिकल स्टोरों पर भरी पड़ी है और डॉक्टर खूब लिख भी रहे हैं. स्टोर संचालकों और चिकित्सकों का कहना है कि उन्हें प्रतिबंध के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. इस पर अंकुश लगानेवाला विभाग भी चुप्पी साध रखा है.
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल विभाग ने पायोग्लीटाजोन, स्पासमोप्राक्सीवॉन एवं एनाल्जीन साल्ट को प्रतिबंधित कर दिया है. इसके आलोक में औषधि नियंत्रक ने 23 जून को आदेश जारी कर इन साल्ट से बनी दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी थी. इन साल्ट की दवाएं दवा दुकानों पर बड़े पैमाने पर उपलब्ध हैं. इनकी बिक्री भी हो रही है.
दवा कारोबारियों का कहना है कि औषधि नियंत्रक विभाग ने किसी प्रकार की सूचना नहीं दी है. इस वजह से मेडिकल स्टोर संचालक दवाएं बेच रहे हैं. उधर, डॉक्टरों के प्रमुख संगठन आइएमए को दवाओं पर प्रतिबंध की कोई सूचना नहीं मिली है. इस कारण डॉक्टर मरीजों को दवाएं लिख रहे हैं.
* क्या कहते हैं औषधि नियंत्रक
* हांलाकि जिला औषधि नियंत्रक ने बताया कि अगर इसकी लिखित शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जायेगी.