गोपालगंज : एसएस बालिका प्लस टू स्कूल में बनाये गये मूल्यांकन केंद्र से मैट्रिक की मूल्यांकित कॉपियों के गायब होने के मामले में एसआईटी ने 28 लोगों से पूछताछ की. पांच दिनों के तहकीकात के बाद स्कूल के कैंपस में ही सुराग मिला. पुलिस गायब कॉपियों की तलाश में अभी जुटी हैं. प्रथम दृष्टया पुलिस […]
गोपालगंज : एसएस बालिका प्लस टू स्कूल में बनाये गये मूल्यांकन केंद्र से मैट्रिक की मूल्यांकित कॉपियों के गायब होने के मामले में एसआईटी ने 28 लोगों से पूछताछ की. पांच दिनों के तहकीकात के बाद स्कूल के कैंपस में ही सुराग मिला. पुलिस गायब कॉपियों की तलाश में अभी जुटी हैं. प्रथम दृष्टया पुलिस ने जो खुलासा किया है, उसमें स्पष्ट हुआ कि स्कूल के आदेशपाल छठु सिंह ने हजियापुर के कबाड़कारोबारी पप्पू गुप्ता के हाथों किलो के भाव में कॉपियों को बेच दिया.
छठु सिंह को यह भान नहीं था कि इस कॉपी को लेकर इतना बड़ा बखेड़ा खड़ा हो जायेगा. कॉपियों को बेचने के बाद छठु सिंह पूरे मामले में प्राचार्य पर दोष मढ़ने लगा था. बता दें कि 17 जून को प्राचार्य ने आदेशपाल और रात्रि प्रहरी आसपूरण सिंह के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. इस प्राथमिकी दर्ज होने की सूचना जब छठु सिंह को मिली तो वह 18 जून को विद्यालय पहुंचा और प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को धमकी देने लगा. यहां तक कहा कि हार्ट के मरीज हैं अगर कुछ हुआ तो आपको छोड़ेंगे नहीं.
चाबी आपके पास थी. आपने झूठी एफआईआर दर्ज करायी है. प्राचार्य को जिस तरह धमकी दी उससे कुछ पल के लिए लगा कि छठु निर्दोष है, लेकिन एसआईटी ने जब कबाड़ी के कारोबारी पप्पू गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे प्रकरण से पर्दा उठ गया.
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कबाड़खानों से कहां गयीं कॉपियां, मुश्किल में जांच टीम
300 कबाड़खानों की
पुलिस ने बनायी थी सूची
कॉपियां गायब होने के बाद एसआइटी ने करीब 300 कबाड़खानों की सूची तैयार की. एक-एक कबाड़खाने में पुलिस ने जांच शुरू की. जांच के दौरान हजियापुर स्थित कबाड़खाने में गायब हुईं कुछ उत्तरपुस्तिकाएं मिलीं. इसके आधार पर पुलिस ने जांच कर दी.
होंगे कई खुलासे
गायब उत्तरपुस्तिकओं की तलाश में पुलिस जब कबाड़खानों में छापेमारी करने पहुंची तो अन्य मामले में भी सुराग मिला. पुलिस ने चिह्नित कबाड़खानों में छापेमारी करने के बाद आपत्तिजनक सामान को बरामद किया है. पुलिस ने इस मामले में खुलासा होने पर प्रेसवार्ता करने की बात कही है. नगर थाने की पुलिस के अलावा एसआईटी में शामिल अधिकारियों की टीम छापेमारी कर रही है.
स्ट्रांग रूम की चाबी को लेकर अभी चल रही जांच
स्ट्रांग रूम की चाबी को लेकर अभी जांच जारी होने की बात पुलिस कप्तान राशिद जमां बताते हैं. एसपी ने कहा कि मूल्यांकन केंद्र के स्ट्रांग रूम दो कमरों में बनाया गया है. जांच के दौरान पाया गया कि एक कमरे में दो दरवाजे है. इसमे एक में नया ताला और दूसरे दरवाजा में पुराना ताला लगा था. पुराने ताले की चाबी प्राचार्य और आदेशपाल दोनों के पास एक-एक चाबी है. अभी इस पूरे मामले की गहनता से पड़ताल की जा रही है.
पुलिस ने प्राचार्य के परिजनों को बुलाया
प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव पर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं है. पुलिस के अधिकारियों ने प्राचार्य के परिजनों को बुलाया है. परिजन इस बात को लेकर चिंतित थे कि उनके परिवार पर एक काला दाग लगा है. 19 जून से पुलिस ने अपने साथ प्राचार्य को रखा है. परिजनों का आरोप है कि जब वे आरोपित नहीं हैं और न ही वे इस तरह के घृणित कार्य कर सकते हैं. फिर भी परिजनों से नहीं मिलने दिया जा रहा. उन्हें एक अपराधी की तरह रखा गया है. हालांकि एसपी राशिद जमां ने कहा है कि उनसे जांच में सहयोग के लिए साथ रखा गया है. कार्रवाई पूरा होने पर उन्हें मुक्त कर दिया जायेगा.