चिंता. गंडक नदी के जल स्तर बढ़ने के साथ ही सहमे दियारा के लोग
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नदी में समाया 50 मीटर बचाव कार्य, लोग हैरान
चिंता. गंडक नदी के जल स्तर बढ़ने के साथ ही सहमे दियारा के लोग कालामटिहनिया : यारा के लोगों के लिए यह चिंता भरी खबर है. भसही के पास गंडक नदी कर्व कर रही है. इससे कालामटिहनिया पंचायत नदी के निशाने पर आ गयी है. भसही के समीप अभी से ही नदी का कटाव शुरू […]
कालामटिहनिया : यारा के लोगों के लिए यह चिंता भरी खबर है. भसही के पास गंडक नदी कर्व कर रही है. इससे कालामटिहनिया पंचायत नदी के निशाने पर आ गयी है. भसही के समीप अभी से ही नदी का कटाव शुरू हो गया है. यह कटाव नहीं रुका तो इस बार कालामटिहनिया पंचायत के अस्तित्व को बचाना मुश्किल होगा. फिलहाल गंडक नदी का डिस्चार्ज मात्र नौ हजार क्यूसेक है. जैसे ही एक लाख से ऊपर नदी का डिस्चार्ज हुआ कि यहां तबाही शुरू हो जायेगी.
कालामटिहनिया को बचाने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग 15.65 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है. कालामटिहनिया में जियो बैग से कराये गये बचाव कार्य का 50 मीटर का हिस्सा नदी का हल्का दबाव बढ़ते ही नदी के गर्व में समा गया. इसके कारण अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया है. हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुख्य अभियंता कुमार जयंत ने तत्काल प्रभाव से रिवेटमेंट कार्य को पूरा कराने का आदेश दिया है. रि स्टोर करने के लिए विभाग के अधिकारी से लेकर संवेदक तक जुटे हुए हैं.
गांव के लोगों का कहना है कि जिस प्रकार अषाढ़ के महीने में नदी का रुख है वह सावन, भादो में तबाही का संकेत है. पिछले वर्ष नदी का मिजाज बिगड़ा तो माघ के महीने तक कटाव जारी रहा. इस दौरान अहिरटोली, विशंभरपुर, हजामटोली समेत आधा दर्जन गांवों का अस्तित्व मिट गया. दो हजार से अधिक लोग सड़क पर आ गये.
कालामटिहनिया में नदी के दबाव को कम करने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग से एक चैनल बनाया गया था. चैनल बनने के साथ ही सिल्ट जमा हो गया है. सिल्ट जमा होने से चैनल के सफल होने पर सवाल खड़ा हो गया है. इसके सिल्ट को नहीं हटाया गया तो आनेवाले दिनों में तबाही तय मानी जा रही है.दियारा संघर्ष समिति के संयोजक अनिल कुमार मांझी तथा राजद के वरिष्ठ नेता अरुण सिंह ने जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को डीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया है
कि गंडक नदी के दाहिने तट पर हो रहे बांध निर्माण एवं पायलट चैनल में भारी अनियमितता की गयी है. पायलट चैनल एवं अहिरौली दान से विशुनपुर तटबंध से बनायी जा रही बांध के निर्माण में व्यापक लूट-खसोट की गयी है.
स्थानीय माफियाओं के सहयोग से नियमों को ताक पर रख कर काम किया जा रहा है. दियारावासियों में तबाही का भय बना हुआ है.
सरकार के करोड़ों रुपये के धन की बरबादी तथा दियारा के जान-माल की क्षति की आशंका जतायी गयी है. संघर्ष समिति ने करोड़ों के घोटाला की जांच कर कार्रवाई की अपील की है.
भसही में नदी के कर्व करने से हो रहा कटाव
क्या कहते हैं अधिकारी
बाढ़ नियंत्रण विभाग की तरफ से प्राक्कलन के अनुरूप बचाव कार्य कराया गया है. नदी की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. अगर किसी तरह की धांधली का आरोप लगाया गया है, तो इसकी जांच कर कार्रवाई होगी.
कुमार जयंत, मुख्य अभियंता, बाढ़ नियंत्रण विभाग
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