इससे मनरेगा के सैकड़ों पौधे दब गये हैं. इतना ही नहीं पिंड को काट कर रास्ता को भी पतला किया जा रहा है. मौके पर गांव की महिलाओं ने भी एक स्वर से जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की.
सीओ ने ईंट-भट्ठे के मालिक को बुलाया और अतिक्रमित जमीन को दो दिनों के अंदर खाली करने का निर्देश दिया और कहा कि अगर कोई दिक्कत है तो अंचल अमीन से जमीन की मापी का आवेदन दे सकते हैं.