उनमें गया शहर में जिला स्कूल, गया कॉलेज, अनुग्रह कन्या हाइस्कूल व अनुग्रह मेमाेरियल कॉलेज शामिल है. बोर्ड का सख्त निर्देश है कि कॉपियों की जांच सीसीटीवी कैमरे व दंडाधिकारी की निगरानी में हो, लेकिन, गुरुवार तक चारों केंद्रों पर जिला प्रशासन की ओर से न तो दंडाधिकारी की तैनाती की गयी थी और न ही सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. नियमों के अनुरूप जब तक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से मूल्यांकन कार्य को लेकर जारी किया गया मेमोरेंडम नहीं मिल जाता है, तब तक किसी भी केंद्र पर कॉपियों की जांच शुरू नहीं हो सकती है. हालात हैं कि गुरुवार तक बोर्ड से मेमोरेंडम चारों केंद्रों पर पहुंचा ही नहीं है.
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चार केंद्रों पर नहीं शुरू हुई इंटर की कॉपियों की जांच
गया : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट परीक्षा से संबंधित कॉपियों की जांच 15 मार्च से शुरू कराने का निर्देश दिया था, लेकिन गुरुवार तक कॉपियों की जांच शुरू नहीं हो सकी थी. कॉपियों की जांच कब से शुरू होगी, इस बाबत शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारी भी संशय में हैं. बोर्ड के निर्देश […]
गया : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट परीक्षा से संबंधित कॉपियों की जांच 15 मार्च से शुरू कराने का निर्देश दिया था, लेकिन गुरुवार तक कॉपियों की जांच शुरू नहीं हो सकी थी. कॉपियों की जांच कब से शुरू होगी, इस बाबत शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारी भी संशय में हैं. बोर्ड के निर्देश पर सूबे में 73 मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं.
जांच में रुचि नहीं ले रहे परीक्षक
जिला स्कूल व अनुग्रह कन्या हाइस्कूल में कला विषय की कॉपियों की जांच होगी. गया कॉलेज में साइंस व अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज में कॉमर्स विषय की कॉपियों की जांच होनी है. जिला स्कूल में कॉपियों की जांच को लेकर 470 परीक्षक व 67 प्रधान परीक्षकों की तैनाती बोर्ड द्वारा की गयी है, लेकिन गुरुवार तक सिर्फ 160 परीक्षक व 15 प्रधान परीक्षक ही ज्वाइन किये हैं. ऐसी ही स्थिति अन्य तीनों केंद्रों पर है. एक प्राचार्य ने बताया कि कॉपियों की जांच में इस बार परीक्षक रुचि नहीं ले रहे हैं. जबकि, पहले कॉपियों की जांच को लेकर परीक्षकों में होड़ मची रहती थी. इस बार इंटर के मूल्यांकन में कई बदलाव किये गये हैं. उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोड लगाया गया है. मूल्यांकन केंद्र को बार कोड के अनुसार लगाया गया है. सूत्रों के अनुसार पहले सब्जेक्ट वाइज मूल्यांकन केंद्र बनाया जाता था. पहली दफा बार कोड के अनुसार मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. मूल्यांकन में होनेवाली गड़बड़ी की अाशंका को लेकर बोर्ड ने ऐसा कदम उठाया है.
कुछ कारणों से नहीं शुरू हो सकी जांच
15 मार्च से इंटरमीडिएट की कॉपियों की जांच शुरू कराने का निर्देश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने दिया था. कुछ कारणों से कॉपियों की जांच शुरू नहीं हो सकी है. बहुत जल्द ही कॉपियों की जांच शुरू हो जायेगी.
ठाकुर मनोरंजन प्रसाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी, गया
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