गया: जीवनशैली में बदलाव व स्वस्थ रहने के लिए शुद्ध पेयजल व स्वच्छता दो पहलू हैं. इसी सिलसिले में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन के जिला जल एवं स्वच्छता समिति की ओर से पेयजल एवं स्वच्छता जागरूकता अभियान पर कार्यशाला रखी गयी है.
यह तभी कारगर व जमीनी क्रियान्वयन का रूप लेगा जब आप जनप्रतिनिधियों का सहयोग मिल पायेगा. उक्त बातें गुरुवार को जिला पर्षद सभागार में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त विजय कुमार ने कहीं. डीडीसी से जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.
जनप्रतिनिधियों के विरोध पर उन्होंने कहा कि सरकार के प्रचार फंड का उपयोग नहीं हो पाता है. इसलिए जागरूकता जिस स्तर पर होनी चाहिए नहीं हो पाती. पारदर्शिता जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शार्टकट में बताने से काम नहीं चलेगा. इन्हें इसके उद्देश्य, इससे होनेवाले लाभ-हानि व बचने के उपाय की जानकारी विस्तार से बतायें. पानी में आर्सेनिक व फ्लोराइड जैसे कई रासायनिक तत्वों की अधिकता से कई प्रकार के रोग होते हैं. अपंगता भी हो जाती है. बीमारी से बचाव का एक ही कारण है शुद्ध पानी कैसे मिले.
गांवों में अब भी लोग घरों से बाहर शौच जाते हैं. यह शर्म की बात है. उन्होंने कहा हर प्रखंड में दो-दो जागरूकता वाहन भेजे जा रहे हैं, जिस पर उत्प्रेरक सवार हैं, लेकिन वह केवल पंपलेट साटने तक ही इसकी इतिश्री न माने. गांव में लोगों को जुटा कर जानकारी दें. साथ ही, गांव के वार्ड सदस्य या पंचायत जनप्रतिनिधि से संबंधित गांव में प्रचार संबंधी प्रमाण पत्र लेकर आयें, ताकि इसका एक रिकार्ड रखा जा सके.
पीएचइडी के मुख्य अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि प्रदेश में 79 प्रतिशत गांवों में शौचालय नहीं है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि सभी घरों में शौचालय हो. पीने को शुद्ध पानी मिले. जो जागरूकता वाहन प्रखंडों में जा रहे हैं, उन पर चार उत्प्रेरक, चापाकल मरम्मत के सामान व मिस्त्री रहेंगे. यह अभियान 20 से 25 फरवरी तक चलेगा. अधीक्षण अभियंता दिनेश प्रसाद ने कहा कि बिहार में गया अव्वल स्थान पर रहे, ऐसा प्रयास करें. पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता वीरेंद्र कुमार ने भी कई जानकारियां दीं. कार्यशाला में जिला पर्षद अध्यक्षा नीमा कुमारी व उपाध्यक्ष डॉ शीतल प्रसाद यादव, जिला पार्षद डॉ मुकेश यादव, कोंच के जिला पार्षद, परैया के प्रखंड प्रमुख लालदेव प्रसाद यादव समेत अन्य जिला पार्षद, प्रमुख आदि मौजूद थे.