गया: शुक्रवार की सुबह हुई बारिश अचानक तापमान में नरमी आ गयी और सर्द हवा के कारण कनकनी फिर बढ़ गयी. दिन भर बदली छायी रही. इसकी वजह से वेलेंटाइन डे का उल्लास फीका हो गया, बल्कि इसका असर मगध पुस्तक मेले व रैदास जयंती पर भी पड़ा.
अचानक तापमान में आयी गिरावट से बीमारी की आशंका बढ़ गयी है. मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार के तापमान में भारी गिरावट आने की आशंका है. सोमवार से मौसम में सुधार के अनुमान बताये गये हैं. रविवार को धूप खिलने की बात भी बतायी गयी है.
दस दिनों से कड़ाके की धूप से गरमी का एहसास होने लगा था. लोग गर्म कपड़े बक्से में रखने के फिराक में थे. हाफ स्वेटर व हाव जैकेट पर काम चला ले रहे थे. लेकिन, बढ़ी ठंड से लोगों ने स्वेटर, जैकेट व मफलर, टोपी फिर निकल आये हैं. वहीं, सर्दी के बढ़ने से बाजार में चहल-पहल कम देखी गयी. पुस्तक मेले में प्रकाशकों को किताबों को बचाने की चिंता सताने लगी.
उधर, तेलहन, दलहन व आलू की फसल पर बारिश का बुरा असर पड़ने की आशंका जतायी है. कृषि विज्ञान केंद्र, मानपुर के कृषि वैज्ञानिक कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुरेंद्र चौरसिया ने बताया कि बारिश से गेहूं की फसल को फायदा पहुंचेगा. लेकिन, चना, मंसूर, राई, सरसों, तीसी के पौधों में लगे फूलों को नुकसान पहुंचेगा. लेकिन फल लगे पौधों को कोई नुकसान नहीं होगा. सहजन(मुनगा) को भी काफी नुकसान पहुंचेगा. आलू की फसल में झुलसा(पाला) रोग बढ़ने की आशंका है. के कई दिनों के कुहासे, बदली व बारिश के कारण ही झुलसे की शिकायत आ गयी थी.