इस सिलसिले में छात्र राजद के एमयू अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही के कारण छात्र-छात्राओं को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि एमयू प्रशासन द्वारा पीजी के सेकेंड व फोर्थ सेमेस्टर का परीक्षा फॉर्म अब तक नहीं भरा गया है. इससे सत्र के पिछड़ने का खतरा भी मंडराने लगा है. साथ ही पीजी के फर्स्ट व थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा परिणाम भी अब तक प्रकाशित नहीं किये जा सके हैं. अध्यक्ष ने कहा कि बीएड के सत्र 2015-17 के परीक्षा फॉर्म अब तक जमा नहीं लिये गये हैं व नामांकन में भी देर की जा रही है.
छात्रों ने बताया कि कैंपस में बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए. मुख्य रूप से महिला छात्रावासों में बिजली गुल होने पर छात्राओं के समक्ष भय का माहौल कायम हो जाता है.
कैंपस के हॉस्टल नंबर सात में रहनेवाले स्टूडेंट्स का कहना है कि हॉस्टल से फिजियोथेरेपी विभाग के ओपीडी तक आनेवाली सड़क काफी जर्जर है व इससे बारिश होने पर आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. उधर, छात्र संघ के सचिव दीपक कुमार ने भी एमयू प्रशासन द्वारा परीक्षा लेने, परीक्षाफल प्रकाशित करने व पिछले दिनों स्नातक पार्ट थर्ड के परीक्षाफल में हुई त्रुटियों को ठीक करने में देर होने पर चिंता जाहिर की है व कहा है कि एमयू प्रशासन द्वारा एकेडमिक कैलेंडर को दुरुस्त नहीं किये जाने की स्थिति में छात्र संगठन गोलबंद होकर आंदोलन शुरू कर देगा.