इसी दौरान 30 से 35 नक्सली स्कूल कैंपस में पहुंच गये. उन्होंने मुंशी प्रमोद कुमार यादव से पूछताछ शुरू कर दी. उन्होंने सामान गिरानेवाले व अर्थमूवर चलानेवाले का नाम पूछा. नहीं बताने पर उन लोगों ने मजदूरों को मारना-पीटना शुरू कर दिया और सभी को भागने को कहा. मजदूरों के मुताबिक, सभी नक्सलियों की उम्र 15 से 20 साल के बीच की थी. सभी के पास हथियार थे.
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उधर, डुमरिया में नक्सली हमले से मजदूरों में खौफ
इमामगंज: डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा थाना क्षेत्र के बरहा उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर में उच्च विद्यालय के लिए बन रही नयी बिल्डिंग पर बुधवार की रात नक्सली हमले के बाद मजदूरों में खौफ है. घटना का जिक्र करते हुए मजदूर संजय मांझी, लखन दास, सुबोध दास व गौतम दास ने बताया कि काम खत्म होने […]
इमामगंज: डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा थाना क्षेत्र के बरहा उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर में उच्च विद्यालय के लिए बन रही नयी बिल्डिंग पर बुधवार की रात नक्सली हमले के बाद मजदूरों में खौफ है. घटना का जिक्र करते हुए मजदूर संजय मांझी, लखन दास, सुबोध दास व गौतम दास ने बताया कि काम खत्म होने के बाद सभी लोग भोजन कर रहे थे.
इसके बाद सभी मजदूर मैगरा थाने के चबूतरा के पास पहुंचे. कई मजदूरों के पैर में गहरे जख्म भी आये हैं. उन्हें चलने में भी काफी दिक्कत आ रही थी. इधर, ठेकेदार आजाद अनवर ने बताया कि पहले भी नक्सलियों ने लेवी के लिए फोन किया था. इस पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया. मुंशी प्रमोद यादव ने छकरबंधा थाने में शिकायत दर्ज करायी है.
2010 में उड़ा दिया था स्कूल को
गौरतलब है कि नक्सलियों ने उक्त स्कूल को 2010 में डाइनामाइट लगा कर ध्वस्त कर दिया था. विस्फोट के बाद बचे मलबों को 2011 में अर्थमूवर से साफ कर दिया गया. फिर से निर्माण शुरू हुआ.
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