गया: नैली डंपिंग जोन में कूड़ा गिराने के दौरान ड्राइवर के साथ की गयी मारपीट को लेकर डंपिंग जोन में कूड़ा गिराने का काम पूर्णत: बंद रहा. शहर में कूड़ा उठाव कर गांधी मैदान में एकत्रित तो किया गया, पर नैली डंपिंग जोन में ड्राइवरों ने इसे नहीं गिराया. इससे वहां कूड़े का अंबार लग गया. वहीं, शहर में नालों की सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. नाले से गंदगी निकाल कर रोड किनारे ही छोड़ दिया जा रहा है. हड़ताल कुछ दिन और जारी रहा, तो शहर के गांधी मैदान इलाकों से दुर्गंध के कारण गुजरना मुश्किल हो जायेगा.
गौरतलब है कि शहर में छोटी गाड़ियों से कूड़ा उठाकर गांधी मैदान संग्रहालय के पास जमा किया जाता है. इसके बाद यहां से बड़ी गाड़ियों में लाद कर कूड़ा डंपिंग जोन में ले जाया जाता है. शनिवार को ड्राइवर के साथ कूड़ा गिराने को लेकर यहां मारपीट की गयी थी. विरोध में बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने काम बंद रखने की घोषणा कर रखी है.
रविवार को कोई ड्राइवर डंपिंग जोन में कूड़ा गिराने नहीं गया. इस संबंध में महासंघ के महासचिव श्यामलाल प्रसाद ने बताया कि जब से यहां नये नगर आयुक्त आये हैं, तब से निगम के कर्मचारियों की हालत बदतर हो गयी है. नैली डंपिंग जोन में कई बार मारपीट की घटनाएं हुईं. इस पर आज तक आयुक्त द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया. डंपिंग जोन में जब तक सुरक्षा का माहौल नहीं बनेगा, तब तक ड्राइवर वहां गाड़ी लेकर नहीं जायेंगे. मांग को लेकर 26 अप्रैल को नगर आयुक्त विजय कुमार के सामने रोषपूर्ण प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है.