गया: वर्ष, 2013 की विदाई व 2014 के आगमन की खुशी में जिले के लोगों ने करीब 50 लाख रुपये की शराब पी. हालांकि, 31 दिसंबर की शाम से ही शराब की बिक्री में तेजी आ गयी थी.
जिले में शराब के करीब 55 दुकानदारों ने शराब डिपो से साल के अंतिम दिन करीब 80 लाख रुपये की शराब खरीदी थी. एक अधिकारी ने बताया कि अब तो 31 दिसंबर की शाम से एक जनवरी की रात तक होनेवाली शराब की बिक्री सारे रेकॉर्ड को तोड़ देती है. इतनी शराब की बिक्री होली में भी नहीं होती है. उन्होंने बताया कि नये साल के आगमन से सबसे अधिक युवा प्रभावित होते हैं. खुशी व उमंग में युवा वर्ग शराब का अधिक सेवन करते हैं.
उन्होंने बताया कि दिसंबर माह में करीब आठ से नौ करोड़ रुपये की शराब की बिक्री होती है. इसमें सबसे अधिक शराब की बिक्री 31 दिसंबर व एक जनवरी को होती है. उन्होंने बताया कि इन दो दिनों में खुदरा काउंटरों से करीब 50 लाख रुपये की शराब बेची जाने का अनुमान है. इसके अलावा मांस, मछली व मुरगे की मांस बेचने वाली दुकानों पर भी काफी भीड़ लगी रही. मांस की कीमत में थोड़ा इजाफा देखने को मिला. आम दिनों की तुलना में 20 रुपये प्रति किलो अधिक बिका. वहीं, मुरगे का मांस भी सामान्य दिनों से 10 रुपये प्रति किलो अधिक बिका.