गया: विभिन्न मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बैंककर्मी बुधवार को हड़ताल पर रहे. इस दौरान विभिन्न बैंकों के कर्मचारी संघ के सदस्यों ने नारेबाजी कर विरोध जताया.
एसबीआइ की मुख्य शाखा के पास विभिन्न बैंकों के कर्मचारियों व अधिकारियों ने भारत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कर्मचारियों ने बताया कि बैंकों का 10 वां वेतन समझौता नवंबर, 2012 से ही लंबित है. इसे अविलंब पूरा करने की मांग लगातार कर्मचारी करते आ रहे हैं. इसके साथ ही बैंकिंग कार्यो के निष्पादन के लिए बैंक प्रबंधन द्वारा आउटसोर्सिग की नीति अपनायी जा रही है.
इसका विरोध भी लंबे समय से हो रहा है. इन सब के अलावा बैंक कर्मचारी संगठनों के अन्य मांगों में अनुकंपा के आधार पर नौकरी का प्रावधान, बैंकों में विभिन्न पदों पर नयी नियुक्ति, बैंकों के आपस में विलय का विरोध समेत अन्य मांगें शामिल हैं. प्रदर्शन करने वालों में एसबीआइएसए के महासचिव संजय कुमार सिन्हा, उपाध्यक्ष अजीत कुमार मिश्र, निहाल अख्तर, नंद कुमार पाठक, मुबारक हुसैन सुरेंद्र सिन्हा, पारस सिंह, ग्रामीण बैंक के अंजनी कुमार मिश्र, प्रकाश कुमार वर्मा, उत्तम सिंह, दिनेश सिन्हा, शशि रंजन, पंकज कुमार, अभिषेक कुमार सिन्हा, रवि आनंद, रागिनी कुमारी, पूनम कुमारी, रेणु कुमारी, ऋचा कुमारी समेत अन्य शामिल थे. पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों ने भी अपने क्षेत्रीय कार्यालय में प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व पीएनबी स्टाफ यूनियन के जोनल सचिव कॉमरेड गणोश अंजन, उपाध्यक्ष कॉमरेड पृथ्वी राज व संगठन सचिव रीता कुमारी ने किया. इसके अलावा अधिकारी एसोसिएशन के मंडल सचिव श्री सुधांशु शेखर, संयुक्त सचिव संतोष झा, चेयरमैन एके मिश्र, अमित कुमार, त्रिपुरारी शर्मा, डॉ आरके सिंह आदि मौजूद थे.