गया/बोधगया: बोधगया-दोमुहान रोड पर रामपुर मोड़ के समीप एक मकान में चल रहे ललिता देवी सेवा संस्थान नामक एनजीओ के चेयरमैन चेयरमैन आशीष कुमार सिन्हा को पुलिस ने गुरुवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया.
बोधगया थानाध्यक्ष तारकेश्वर नाथ तिवारी ने बताया कि खरखुरा की शीतल देवी, चिरैयाटांड़ की सरिता सिन्हा, मुस्तफाबाद की रेखा सिन्हा, गोल बगीचा की रजनी कुमारी, बेलागंज की श्यामसुंदर देवी व एचआइजी चिरैयाटांड़ की नीतू कुमारी सहित अन्य ने आशीष कुमार सिन्हा के विरुद्ध रुपये ठगने की शिकायत दर्ज करायी थी.
इसके बाद एनजीओ के ठिकाने पर छापेमारी कर आशीष कुमार सिन्हा सहित दो लोगों को हिरासत में लिया गया, लेकिन पूछताछ के बाद एक युवक को रिहा कर दिया गया. गौरतलब है कि उक्त संस्थान पर शिक्षक बहाली के नाम पर पांच-पांच हजार रुपये ठगने व नौकरी नहीं देने की शिकायत की गयी है.
गया के एसएसपी को छह लोगों ने आवेदन देकर यह शिकायत की है कि ललिता देवी सेवा संस्थान के नाम से संचालित संस्था द्वारा उन्हें बालवाड़ी में शिक्षक बहाली के नाम पर पांच-पांच हजार रुपये लिए गये थे. साथ ही शिक्षक बनाये जाने पर 1500 रुपये हर माह वापस लौटाने का आश्वासन भी दिया गया था. आवेदन में कहा गया है कि रुपये जमा करने के बाद जब उन्हें 1500 रुपये के हिसाब से रुपये वापस नहीं किये गये, तब धोखाधड़ी को लेकर शंका हुई.