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रसोइये पर छात्राओं की जिम्मेवारी
डुमरिया : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फिलहाल एकमात्र वार्डेन के सहारे चल रहा है. कार्यालय के काम से जब वार्डेन को जिला मुख्यालय जाना होता है, तो बच्चियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी रसोइये के ऊपर होती है. विद्यालय की बच्चियां दिन में तो मध्य विद्यालय, मैगरा में पढ़ती हैं, परंतु रात में उन्हें कोई […]
डुमरिया : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फिलहाल एकमात्र वार्डेन के सहारे चल रहा है. कार्यालय के काम से जब वार्डेन को जिला मुख्यालय जाना होता है, तो बच्चियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी रसोइये के ऊपर होती है. विद्यालय की बच्चियां दिन में तो मध्य विद्यालय, मैगरा में पढ़ती हैं, परंतु रात में उन्हें कोई पढ़ानेवाला नहीं होता. उन्हें जो समझ में आता है, अपने आप ही पढ़ती हैं.
विद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रखंड विकास पदाधिकारी डुमरिया के पत्रांक 12/दिनांक 28/07/15 से मध्य विद्यालय, मैगरा से दो शिक्षिकाएं क्रांति कुमारी व प्रीति कुमारी को प्रतिनियुक्त किया गया था, परंतु उन लोगों ने योगदान नहीं किया. इसके बाद
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सुचित्रा कुमारी व रम्मी कुमारी को प्रतिनियुक्त किया. इनमें सुचित्रा कुमारी ने अपने बच्चों की तबीयत ठीक नहीं होने का हवाला देकर अपना नाम हटवा लिया, जबकि रम्मी कुमारी ने योगदान नहीं किया. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने सुचित्रा कुमारी के बदले राखी कुमारी को विद्यालय में प्रतिनियुक्त किया है.
इधर, वार्डेन अनुराधा सिंह ने बताया कि कई बार शिक्षिकाओं को प्रतिनियुक्त किया गया, परंतु किसी ने योगदान नहीं किया. विद्यालय में 94 बच्चियां हैं. विद्यालय के काम से बाहर जाने पर बच्चियों की जिम्मेवारी रसाइये के ऊपर होती है.
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