27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दवा क्षेत्र में एफडीआइ पर लगे रोक

दवा क्षेत्र में एफडीआइ पर लगे रोकसार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनियों को पुनर्जीवित करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स संवाददाता, गयाअखिल भारतीय मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स की हड़ताल के समर्थन में बुधवार को जिले के करीब 450 मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स हड़ताल पर रहे. बिहार-झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन(बीजेएसआरयू) […]

दवा क्षेत्र में एफडीआइ पर लगे रोकसार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनियों को पुनर्जीवित करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स संवाददाता, गयाअखिल भारतीय मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स की हड़ताल के समर्थन में बुधवार को जिले के करीब 450 मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स हड़ताल पर रहे. बिहार-झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन(बीजेएसआरयू) के आह्वान पर टिकारी रोड स्थित दवा मंडी में नुक्कड़ सभा कर मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स ने केंद्र व राज्य सरकार के प्रति विरोध जताया. इसके बाद मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स ने दवा मंडी से जुलूस निकाल कर टिकारी रोड, रंगबहादुर रोड व जीबी रोड होते हुए डीएम ऑफिस के पास पहुंचे. इससे पहले नुक्कड़ सभा में बिहार स्टेट सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन (बीएसएसआरयू) के सचिव आबीर अधिकारी ने कहा कि वैश्वीकरण की होड़ में केंद्र सरकार दवा उद्योग में शत-प्रतिशत एफडीआइ (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) को मंजूरी दी है. दूसरी ओर भरतीय दवा उद्योग के कामगारों पर लगातार हमले हो रहे हैं और उन्हें कार्य करने से रोका जा रहा है. इससे दुनिया के अन्य देशों में 40 फीसदी दवाओं की आपूर्ति करनेवाले भारतीय दवा उद्योग संकट पर आ गया है. इन दिनों दवाओं की आॅनलाइन बिक्री की जा रही है. सरकार ब्रांडेड व जेनेरिक दवाओं के नाम पर लोगों को दिग्भ्रमित कर रही है. उन्होंने कहा कि लगातार भारतीय दवाओं के एकस्व अधिकार अधिनियम-2005 में बदलाव करने की कोशिश हो रही है और गैर-कानूनी तरीके से दवाओं की खरीद-बिक्री हो रही है. कर नियम व मूल्य निर्धारण तंत्र ने दवा उद्योग को दूसरा सबसे बड़ा लाभ का उद्योग बना दिया है. बावजूद इस पर रोक लगाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने एफडीआइ पर रोक लगाने, ऑनलाइन दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने, भारतीय दवा उद्योग को बचाने व सार्वजनिक क्षेत्र के दवा कंपनियों को पुनर्जीवित करने, विदेशों में भारतीय दवाओं के बहिष्कार पर रोक लगाने, विदेश कंपनियों के हाथों भारतीय दवा कंपनियों को बेचे जाने पर रोक लगाने आदि की मांग को लेकर मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स को आंदोलन और भी तेज करने का आह्वान किया. बीएसएसआरयू के गया शाख सचिव जयवर्धन ने केंद्र व राज्य सरकार से न्यूनतम मजदूरी 15,000 व महिला कामगारों को छह माह का मातृत्व अवकाश देने की मांग की. नुक्कड़ सभा की अध्यक्षता बीएसएसआरयू के गया शाखा अध्यक्ष विमलचंद्र मनीष ने की. नुक्कड़ सभा व जुलूस में बड़ी संख्या में मेडिकल व सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स ने भाग लिया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें