गया: निगम की मेयर विभा देवी व उनके पति इंद्रदेव यादव की गिरफ्तारी के लिए गुरुवार की देर रात शहर के कई इलाकों में छापेमारी की गयी. पर, पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा.
पुलिस को समझ नहीं आ रहा है कि मेयर दंपती कहां गायब हो गये. एसएसपी निशांत कुमार तिवारी के निर्देश पर सिटी डीएसपी सोनू कुमार राय ने कोतवाली इंस्पेक्टर शशि भूषण सिंह, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर नागेंद्र सिंह, डेल्हा इंस्पेक्टर निखिल कुमार, रामपुर थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार, मुफस्सिल इंस्पेक्टर सोना प्रसाद सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने मेयर व उनके पति के कई रिश्तेदारों के ठिकानों की टोह ली. लेकिन, सुराग नहीं मिला.
जानकारी के अनुसार घटना के कुछ देर बाद कोतवाली थाने में पोस्टेड सब-इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने घायल डॉक्टर चंद्रशेखर प्रसाद का फर्द बयान लिया. इसमें मेयर विभा देवी, उनके पति इंद्रदेव यादव सहित अन्य के खिलाफ शिकायत की गयी. लेकिन, इस आवेदन पर कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी. बाद में डॉक्टर ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए स्वलिखित आवेदन कोतवाली थाने को दिया है. इस आवेदन पर धारा 147, 148, 149, 341, 323, 307, 353, 452, 380, 354, 504, 506, 427 और बिहार मेडिकल सर्विस इंस्टीच्यूशन एंड परसन प्रोटेक्शन एक्ट की धारा-चार के तहत मेयर दंपती के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी.
मेयर ने कहा : साजिश कर रही पुलिस
मेयर विभा देवी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दर्ज प्राथमिकी पर कई सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि साजिश रची जा रही है. जिला पुलिस के वरीय अधिकारियों से सांठगांठ कर घायल डॉक्टर ने अपना बयान बदला है और संगीन अपराधों से जुड़ी धाराएं लगायी हैं.