21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

एक लाख से बदलेगी सीता की तकदीर

एक लाख से बदलेगी सीता की तकदीर सीता का हुनर देख कर डीएम ने की आर्थिक मदद देने की घोषणा संवाददाता, गया राय काशीनाथ मोड़ पर वर्षों से अपने पति जितेंद्र मिस्त्री के साथ खराब सीएफएल बल्ब को ठीक करने का रोजगार करनेवाली सीता देवी की तकदीर जल्द ही बदलेगी. जिला प्रशासन व मध्य बिहार […]

एक लाख से बदलेगी सीता की तकदीर सीता का हुनर देख कर डीएम ने की आर्थिक मदद देने की घोषणा संवाददाता, गया राय काशीनाथ मोड़ पर वर्षों से अपने पति जितेंद्र मिस्त्री के साथ खराब सीएफएल बल्ब को ठीक करने का रोजगार करनेवाली सीता देवी की तकदीर जल्द ही बदलेगी. जिला प्रशासन व मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के सहयोग से उसे एक लाख रुपये दिये जायेंगे, ताकि वह अपना व्यवसाय बढ़ा सके.गुरुवार को डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने सीता देवी से मुलाकात की. बिना किसी प्रशिक्षण के सीता को खराब सीएफएल बल्ब को ठीक करता देख कर डीएम आश्चर्य में पड़ गये. सीता ने बताया कि वह व उसका पति खराब सीएफएल बल्बों को बना कर हर रोज का 200- 300 रुपये कमा लेते. पति-पत्नी ने डीएम से रोजगार बढ़ाने के लिए आर्थिक मदद मांगी, तो उनके हुनर से उत्साहित डीएम ने तत्काल मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की ओर से एक लाख रुपये का कैश क्रेडिट देने की घोषणा की. इसके अलावा डीएम ने सीता को जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से चल रही प्रधानमंत्री रोजगार उन्मूलन योजना के तहत भी मदद करने का भरोसा दिया. पति के बीमार होने के बाद संभाली कमान सीता देवी ने बताया कि उसका जीवन भी एक आम घरेलू महिला की ही तरह था. करीब दस साल पहले उनके पति जितेंद्र मिस्त्री बीमार हो गये. बीमारी काफी बढ़ गयी. वह काम करने में सक्षम नहीं थे. परिवार के सामने रोजी-रोटभ् की बड़ी समस्या खड़ी हो गयी थी. ऐसे में उसने अपने पति का रोजगार संभालने का निर्णय लिया. शुरू में पति केे निर्देश पर वह खराब सीएफएल बल्बों को ठीक करती थी. धीरे-धीरे वह खुद ही खराब सीएफएल बल्बों को ठीक करने की कला सीख गयी. बीमारी से ठीक होने के बाद पति ने भी कामकाज संभाला लिया. आज पति-पत्नी मिल कर काम कर रहे हैं .

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें