Advertisement
इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य कक्ष में जड़ा ताला !
गया/ खिजरसराय:गया-खिजरसराय रोड में स्थित गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के पश्चिमी छोर पर लगी 10 सोलर प्लेटों की चोरी होने की अफवाह फैला कर फोर्थ ईयर के छात्रों ने मंगलवार को कई घंटे तक कॉलेज प्रबंधन के विरुद्ध हंगामा किया और कॉलेज प्रशासन व छात्रावास में व्याप्त असुविधाओं को लेकर नारेबाजी की. सूचना है कि […]
गया/ खिजरसराय:गया-खिजरसराय रोड में स्थित गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के पश्चिमी छोर पर लगी 10 सोलर प्लेटों की चोरी होने की अफवाह फैला कर फोर्थ ईयर के छात्रों ने मंगलवार को कई घंटे तक कॉलेज प्रबंधन के विरुद्ध हंगामा किया और कॉलेज प्रशासन व छात्रावास में व्याप्त असुविधाओं को लेकर नारेबाजी की. सूचना है कि उग्र छात्रों ने कॉलेज के प्राचार्य के कार्यालय में ताला भी जड़ दिया.
छात्रों को हंगामा करता देख कर कॉलेज प्रबंधन ने इसकी जानकारी खिजरसराय थाने की पुलिस को न देकर, खुद अपने स्तर से ही मामला निबटाने में जुट गया. हालांकि, घटना की भनक मिलते ही मीडियाकर्मी कॉलजे पहुंचे. लेकिन, मीडियाकर्मियों को कॉलेज परिसर में घुस कर घटना का कवरेज करने पर रोक लगा दी गयी. कॉलेज के मुख्य द्वार पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि वरीय अधिकारियों ने मीडियाकर्मियों को कॉलेज के अंदर नहीं जाने देने का निर्देश दिया है. हालांकि, काफी देर तक मीिडयाकर्मी मुख्य द्वार से ही अंदर हो रही गतिविधियों की जानकारी लेते रहे़.
वार्षिकोत्सव में आर्थिक मदद है अंदरूनी मुद्दा
सूत्र बताते हैं कि हर वर्ष 19 अक्तूबर को कॉलेज में वार्षिकोत्सव मनाया जाता है. इस दौरान स्टूडेंट्स द्वारा बड़े पैमाने पर कॉलेज परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. वार्षिकोत्सव में काफी रुपये खर्च होते हैं, इसके लिए कोई सरकारी फंड नहीं है. हर वर्ष स्टूडेंट्स प्राचार्य पर ही किसी प्रकार दबाव बना कर उनसे वार्षिकोत्सव में खर्च होनेवाले रुपये ले लेते हैं. इस बार भी प्राचार्य पर दबाव डालने के लिए छात्रों ने कॉलेज परिसर से सोलर प्लेटों की चोरी होने की अफवाह फैलायी है और कॉलेज में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर माेरचा खोल दिया है. छात्रों की मंशा से अवगत प्राचार्य ने उन्हें समझा-बुझा कर शांत कराया व समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया. प्राचार्य के आश्वासन के बाद ही सभी स्टूडेंट्स शांत हुए.
जायज मांगों को किया जाता है पूरा
प्राचार्य ने प्रभात खबर को बताया कि स्टूडेंट्स हैं, वे कभी-कभी कुछ नादानी कर देते हैं. स्टूडेंट्स कभी मांग करते हैं कि होस्टल फीस कम की जाये. कभी मांग करते हैं कि वार्षिकोत्सव समारोह में मदद की जाए. कुछ-कुछ समस्या बता कर वे अपनी नाराजगी कॉलेज प्रबंधन से जताते रहते हैं. मांग करना उनका काम है और उनकी जायज मांगों को पूरा कराना कॉलेज प्रबंधन का काम है. प्रदर्शन करनेवाले छात्रों को अपने भविष्य की चिंता नहीं रहती है, लेकिन, मैं कॉलेज का प्राचार्य हूं. उन्हें सभी स्टूडेंट्स के भविष्य की चिंता है. इस कारण कभी-कभी उनकी बड़ी नादानी को भी नजरअंदाज कर दिया जाता है. उन्होंने बताया कि नाराज बच्चों को बुला कर उनसे बातचीत की गयी. मामला सुलझ गया और सभी कक्षाएं लगीं.
राजकिशोर सिंह, प्राचार्य, गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement