गया: शरद पूर्णिया के दिन आजाद पार्क में लोक कलाकारों, कवियों व कला प्रेमियों की महफिल जमेगी. मधुबनी पेंटिंग के दिवंगत शीर्षस्थ कलाकार पद्मश्री महासुंदरी देवी को समर्पित इस वर्ष के उत्सव मंच से न केवल कठपुतली नाच होगा, बल्कि लोक गीत, संगीत, नृत्य व नाट्य मंचन के अलावा काव्य पाठ होगा. शुक्रवार को आयोजित मगध का लोक उत्सव कौमुदी महोत्सव में बाराचट्टी की बनारसी आलम की टीम द्वारा कठपुतली नाच किया जायेगा.
मृत प्राय: सी हो गयी इस परंपरा को जीवंत करने का यह एक नायाब कोशिश होगी. दाउदनगर की शिव जी ग्रुप द्वारा बुद्ध की झांकी दिखलायी जायेगी. वहीं, अशोक समदर्शी, सागर आनंद, सुधाकर राजेंद्र, शंभु विश्वकर्मा, रामकृष्ण सहित स्थानीय कवियों द्वारा काव्य पाठ किया जायेगा.
नगर के चर्चित कलाकारों व स्कूली बच्चों का सुगम संगीत व एकांकी नाटक सहित बहुरंगी कार्यक्रम महोत्सव की शोभा है. महोत्सव के संयोजक सुरेंद्र सिंह ‘सुरेंद्र’ ने बताया है कि महोत्सव में नवादा के वरिष्ठ सांस्कृतिक कर्मी नरेंद्र प्रसाद सिंह को सामाजिक सरोकार की दिशा में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘दशरथ मांझी लोक सम्मान’ से सम्मानित किया जायेगा. महोत्सव संध्या सात बजे से शुरू होगा, जो रात भर चलेगा. बहुरंगी कार्यक्रमों की समाप्ति के पश्चात सुबह पहर जुटी महफिल अमृत मिष्ठान का आनंद भी उठायेगी.