मानपुर : सांसद हरि मांझी ने भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिख कर गया जिले में पदस्थापित दो पदाधिकारियों के तबादले में भेदभाव किये जाने की शिकायत की है.
श्री मांझी ने अपने पत्र में कहा है कि बिहार सरकार के पत्रंक 10437, दिनांक 20 अगस्त, 2015 को सरकार के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने सूबे के सभी प्रमंडलीय आयुक्तों व डीएम से चुनाव की तैयारियों मांगने के अलावा व सरकार को एक ही जिले में तीन से अधिक समय से जमे अधिकारियों के तबादले का निर्देश दिया था.
इसके बाद राज्य सरकार द्वारा सूबे भर के अधिकारियों का तबादला किया गया, लेकिन गया के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) डॉ प्रियनंदन प्रसाद व वरीय कोषागार पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा का तबादला नहीं किया गया, जो चुनाव आयोग के निर्देश के खिलाफ है.
दोनों अधिकारी पिछले आठ-दस वर्षो से गया जिले में ही काम कर रहे हैं. दोनों अधिकारियों ने गया शहर में मकान भी बना लिये हैं. इनकी मंशा आगामी विधानसभा चुनाव को सरकार के पक्ष में प्रभावित करने की है.
पत्र में सांसद ने सवाल किया है कि गया के डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने इन दोनों पदाधिकारियों के बारे में सही सूचना क्यों नहीं दी? इससे इस मामले में डीएम की भी संलिप्तता उजागर होती है, जो जांच का विषय है. जांच के बाद दोनों पदाधिकारियों समेत अन्य दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई हो.