इस घटना को लेकर काफी संख्या में व्यवसायी वर्ग के लोग अस्पताल पहुंचे व इंडिया पावर से जुड़े अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. लेकिन, किसी अधिकारी ने सुध नहीं ली. थक हार कर नीतेश के परिजनों, व्यवसायियों व स्वाभिमान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के सामने सड़क जाम कर दिया और इंडिया पावर के विरुद्ध जम कर नारेबाजी की. सड़क जाम की सूचना मिलते ही कोतवाली के प्रभारी थानाध्यक्ष रवि भूषण, सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार सहित कई दारोगा वहां पहुंचे और सड़क जाम कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, कोई मानने को तैयार नहीं था. सभी इंडिया पावर के अधिकारियों के क्रियाकलाप की निंदा कर रहे थे.
तब, वहां सदर एसडीओ विकास कुमार जायसवाल व सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह पहुंचे और उनके परिजनों से बातचीत की. वहां मौजूद व्यवसायी एकता मंच के अध्यक्ष सुधीर कुमार, स्वाभिमान पार्टी से जुड़े कौशलेंद्र कुमार, भाजपा युवा मोरचा के जिला महामंत्री बंटी वर्मा सहित अन्य ने अधिकारियों को बताया कि इंडिया पावर के अधिकारियों की करतूत से अबतक कई जानें जा चुकी हैं. अब तो शहर में सरेआम तार गिरना शुरू हो गया है. अब सीधे इंडिया पावर के अधिकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हो और पीड़ित परिजनों को उचित मुआवजा दें. उग्र लोगों की मांग पर सिटी डीएसपी ने कोतवाली थाने के दारोगा को परिजनों के बयान पर इंडिया पावर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया. सदर एसडीओ ने परिजनों को आश्वासन दिया कि उन्हें प्रशासन द्वारा मुआवजा दिया जायेगा. आश्वासन के बाद लोग शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल भेज दिया.