गया:बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी संघ के आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर ठेके पर नियुक्त जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल चले गये. इससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गयी.
गया शहर तके हड़ताली कर्मचारियों ने जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यालय परिसर में शांतिपूर्वक धरना भी दिया. इसमें सर्वसम्मति से सेवा नियमित करने समेत 10 सूत्री मांगों को पूरा होने तक हड़ताल पर डटे रहने का निर्णय लिया गया. इधर, सिविल सजर्न डॉ अरविंद कुमार ने सभी संबंधित अधिकारियों से हड़ताली कर्मचारियों की सूची मांगी है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जा सके. धरनास्थल पर आयोजित सभा की अध्यक्षता टीबी कंट्रोल इम्प्लाइ एसोसिएशन के राज्य अध्यक्ष जावेद अख्तर व बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी संघ के जिला सचिव मुरारी प्रसाद सिंह ने संयुक्त रूप से की. सभा को नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष मो युसुफ व दया शंकर सिंह आदि नेताओं ने संबोधित किया. इस मौके पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से आये स्वास्थ्य प्रबंधक, सामुदायिक उत्प्रेरक, एएनएम, आशा, लेखापाल व डाटा ऑपरेटर आदि मौजूद थे.
शेरघाटी प्रतिनिधि के अनुसार,
ठेके पर बहाल स्वास्थ्यकर्मी 10 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से हड़ताल पर चले गये. इससे अनुमंडलीय अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. ठेके पर बहाल स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि आठ साल के बाद भी सरकार सेवा को नियमित नहीं कर रही है. इसके लिए कई बार हड़ताल की गयी. लेकिन, सरकार सिर्फ झूठी आश्वासन देकर हड़ताल समाप्त करा देती है. हड़ताली कर्मचारियों ने अनुमंडलीय अस्पताल में सूबे की सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. मालूम हो कि अनुमंडलीय अस्पताल में ठेके पर बहाल 17 एएनएम, 103 आशा, छह ममता, छह डाटा ऑपरेटर, एक बीसीएम, एक बीएचएम और एक एकाउंटेंट है. इनके हड़ताल पर चले जाने से 13 एएनएम व तीन पारा मेडिकल के सहारे अस्पताल का संचालन किया जा रहा है. इसे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.