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पूरे शहर में होगी बिजली की केबुल वायरिंग
गया: एक साल के अंदर गया शहर में बिजली तारों का मकड़जाल खत्म हो जायेगा. शहर में एलटीएबी (लो टेंशन एयर बंच्ड केबुल) का काम शुरू हो गया. पहले फेज में 84 किलोमीटर तार बिछने हैं. 45 किलोमीटर तार बिछा दिये गये हैं. अप्रैल तक पहले फेज का काम पूरा होने की उम्मीद है. पहले […]
गया: एक साल के अंदर गया शहर में बिजली तारों का मकड़जाल खत्म हो जायेगा. शहर में एलटीएबी (लो टेंशन एयर बंच्ड केबुल) का काम शुरू हो गया. पहले फेज में 84 किलोमीटर तार बिछने हैं. 45 किलोमीटर तार बिछा दिये गये हैं. अप्रैल तक पहले फेज का काम पूरा होने की उम्मीद है. पहले फेज का काम पूरा होने के 10 दिन बाद दूसरे फेज का काम शुरू होगा. कई चरणों में एक साल के अंदर पूरे शहर में केबुल वायरिंग होनी है.
बिजली चोरी रोकना मुख्य उद्देश्य : इंडिया पावर (आइपीसीएल) के अनुसार, बिजली चोरी रोकने में एलटीएबी कारगर साबित होगा. तार के कवर होने से टोका नहीं फंसाया जा सकता है. साथ ही, बिजली पोलों पर तारों का मकड़जाल भी खत्म हो जायेगा. केबल वायरिंग होने से ट्रांसफॉर्मर की सेहत भी अच्छी रहेगी.
विशेषज्ञों के अनुसार, अभी शहर की सड़कों पर तीन मुख्य तार गुजर रहे हैं. लोग इसी में टोका फंसाते हैं. अधिक वोल्टेज की चाहत में एक ही तार पर ढेर सारे टोका फंसा दिये जाते हैं. इससे बिजली तारों के साथ-साथ ट्रांसफॉर्मर पर भी लोड बढ़ जाता है. नतीजा तार गल कर टूट जाता है, ट्रांसफॉर्मर में खराबी भी आ जाती है.
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