बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के उत्तरी गेट पर महाबोधि मंदिर के प्रतिकृति बनाने की जिम्मेवारी बोधगया स्थित बौद्ध संगठनों को दी गयी है. गेट पर महाबोधि मंदिर की प्रतिकृति बनाने से पहले बौद्ध संगठन एमयू प्रशासन को इसकी डिजाइन प्रस्तुत करेगा. एमयू के डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने बताया कि उत्तरी गेट पर महाबोधि मंदिर […]
बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के उत्तरी गेट पर महाबोधि मंदिर के प्रतिकृति बनाने की जिम्मेवारी बोधगया स्थित बौद्ध संगठनों को दी गयी है. गेट पर महाबोधि मंदिर की प्रतिकृति बनाने से पहले बौद्ध संगठन एमयू प्रशासन को इसकी डिजाइन प्रस्तुत करेगा.
एमयू के डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने बताया कि उत्तरी गेट पर महाबोधि मंदिर की प्रतिकृति बनाने के लिए बोधगया के कुछ बौद्ध भिक्षु उनसे मुलाकात की है.
बौद्ध भिक्षुओं से कहा गया कि पहले मंदिर की प्रतिकृति की फोटो उपलब्ध करायें और इसके बाद डिजाइन तैयार कर एमयू प्रशासन को दें. बौद्ध भिक्षुओं से यह भी कहा गया कि अगर महाबोधि मंदिर की प्रतिकृति बनाने के दौरान किसी भी धार्मिक संगठन ने विरोध किया, तो एमयू प्रशासन उसके निर्माण पर रोक लगा देगी.
इस कार्य पर आनेवाला खर्च बौद्ध संगठन द्वारा ही उठाया जायेगा. उल्लेखनीय है कि गत फरवरी माह में एमयू में आयोजित हुए इंटरनेशनल ज्योग्राफी कॉन्फ्रेंस के दौरान गेट के रंग-रोगन के दौरान छात्र व बौद्ध संगठनों ने उत्तरी गेट के ऊपर महाबोधि मंदिर की प्रतिकृति बनाने की मांग की थी.