संयुक्त आयुक्त ने बताया कि टैक्स की चोरी करने के आरोप में वर्ष 2014 में आजाद ट्रांसपोर्ट के ठिकाने पर सेल्स टैक्स के अधिकारियों ने छापेमारी की थी. वहां से करीब 1.25 करोड़ रुपये का ऐसा माल पकड़ा गया था, जिन पर टैक्स चुकता नहीं किया गया था.
पकड़े गये सामान को जब्त कर आजाद ट्रांसपोर्ट की ही जिम्मेवारी पर दे दिया गया था. इस मामले में आजाद ट्रांसपोर्ट पर करीब एक करोड़ रुपये का जुर्माना किया गया था. लेकिन, आजाद ट्रांसपोर्ट ने जुर्माना भी नहीं जमा किया और जब्त किये गये सामान भी गायब हो गये. उन्होंने बताया कि इसी मामले में सेल्स टैक्स द्वारा पिछले महीने आजाद ट्रांसपोर्ट के विरुद्ध कोतवाली थाने में करीब 1.25 करोड़ रुपये का सामान गायब करने से संबंधित प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसके बाद वह चोरी छिपे ट्रांसपोर्ट का कामकाज करने लगा.