गया: नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करके ही दम लेगा ‘हम’ (हिंस्दुस्तानी अवाम मोरचा). जिस तरह एक महादलित को पहले गलती से ही सही (नीतीश की भाषा में) सत्ता दी गयी और बाद में उन्हें हटा कर नीतीश कुमार द्वारा सत्ता हासिल की गयी, वह मुगल सल्तनत की याद ताजा करा गया. ये बातें […]
गया: नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करके ही दम लेगा ‘हम’ (हिंस्दुस्तानी अवाम मोरचा). जिस तरह एक महादलित को पहले गलती से ही सही (नीतीश की भाषा में) सत्ता दी गयी और बाद में उन्हें हटा कर नीतीश कुमार द्वारा सत्ता हासिल की गयी, वह मुगल सल्तनत की याद ताजा करा गया. ये बातें मंगलवार को होटल रॉयल सूर्या में आयोजित प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री शाहिद अली खां ने कहीं. इससे पहले पूर्व मंत्री ने आइएमए के सभागार में ‘हम’ के प्रमंडलीय कार्यकर्ता बैठक में शामिल हुए थे. प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री ने कहा 21 मार्च को गया के गांधी मैदान में ‘हम’ का प्रमंडलीय सम्मेलन होगा.
सम्मेलन को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, वृशिण पटेल, नीतीश मिश्र, नरेंद्र सिंह, शाहिद अली खां व पूर्व सांसद जगदीश शर्मा आदि भी शामिल होंगे. सम्मेलन में ‘हम’ नीतीश को अपनी ताकत का एहसास करायेगा. नीतीश को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लिया जायेगा. यह पूर्व मुख्यमंत्री व ‘हम’ के संरक्षक जीतनराम मांझी की जन्म व कर्मभूमि है. यहां से पूरे प्रदेश के लिए जदयू से चुनाव में दो-दो हाथ करने का बिगुल फूंका जायेगा. 20 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में ‘हम’ की विशाल रैली होगी. इसके बाद ‘हम’ पार्टी बनाने व पूरे प्रदेश में जिला से लेकर पंचायत स्तर तक पार्टी की कमेटियां गठित करने की प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने कहा कि एक महादलित मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के साथ किये गये प्रताड़ना व व्यवहार के बारे में जन-जन को बताया जायेगा. साथ ही, मांझी जी द्वारा लिये गये जनपक्षीय निर्णर्यो को सत्ता संभालते ही नीतीश कुमार द्वारा निरस्त करने की बात भी जनता की अदालत में जाकर बताया जायेगा. जनता सब देख-समझ रही है.
नवंबर में होनेवाले चुनाव में नीतीश कुमार को सबक सिखायेगी. ‘हम’ के नेता टिकारी विधायक डॉ अनिल कुमार ने कहा कि आगामी 26 नवंबर को नीतीश की सत्ता का आखिरी दिन होगा. वह अंतिम बार जनता से माफी मांगेंगे. यहां राजतंत्र नहीं, बल्कि लोकतंत्र है. वैसे भी बिहार आंदोलन की धरती रही है. विश्वास मत में ‘हम’ की भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘हम’ की कोर कमेटी की बैठक मंगलवार की शाम को पटना में होगी, जिसमें रणनीति तय होगी. भाजपा के साथ जाने या विलय के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि राजनीति संभावनाओं पर आधारित होती है. आगे क्या होगा, यह कहना मुश्किल है. लेकिन, जो भी होगा प्रदेश की जनता के हित को ध्यान में रख कर ही होगा. वृशिण पटेल जी मोरचा के संयोजक हैं. उन्हीं के नेतृत्व में सभी जगहों पर सम्मेलन की तैयारी की जा रही है.
पूर्व सांसद जगदीश शर्मा ने कहा रैली का मकसद मोरचा को निचले स्तर पर सशक्त व संबल बनाने के साथ-साथ नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करने का अभियान चलाना है. जीतनराम मांझी के उपवास में साधु यादव की मौजूदगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह हमारे अभियान में नहीं थे और न ही हमारे नेता उस ओर गये. भीड़ के कारण नेता इधर-उधर हो गये. खुद के शामिल होने के सवाल पर श्री शर्मा ने कहा कि अभी ऐसी कोई बात नहीं. साथियों की राय लेने के बाद कुछ विचार किया जायेगा. उधर, आइएमए के सभागार में प्रमंडलीय बैठक में ‘हम’ के नेता नीतीश सरकार की नाइंसाफी के खिलाफ खूब बरसे.
इस दौरान पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, टिकारी विधायक डॉ अनिल कुमार, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा ने रामेश्वर प्रसाद यादव, शंकर मांझी, धीरेंद्र कुमार ‘मुन्ना’, रामलखन स्वर्णकार, आरएस नागमणि, सिगबतुल्ला खां उर्फ पुटु खां, जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष मांझी मौजूद थे. मंच का संचालन मशरूर आलम ने किया.