इसका खुलासा मंगलवार को मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय उप निदेशक, स्वास्थ्य (आरडीडी-एच) डॉ राजेंद्र प्रसाद की के निरीक्षण में हुआ. उन्होंने यहां के इंतजाम पर नाराजगी जताते हुए स्वास्थ्यकर्मियों से सवाल किया कि वे लोग किसे धोखा दे रहे हैं? निरीक्षण के दौरान हर्ट सेंटर, कैंसर सेंटर व आरएनटीसीपी सेंटर बंद पाये गये. ओपीडी में चार-पांच डॉक्टर ही मिले, जबकि अस्पताल में 18 डॉक्टरों की पोस्टिंग है.
अस्पताल के इनडोर में 70 बेड की व्यवस्था है. यहां आठ मरीज भरती मिले. उपस्थिति पंजी में डॉ नीता अग्रवाल चार दिनों से अनुपस्थित मिलीं. डॉ रामचंद्र प्रसाद ओपीडी में मिले, लेकिन 12 बजे तक उन्होंने एक भी मरीज को नहीं देखा था. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसजेड अहसन छुट्टी पर पाये गये. आरडीडी-एच ने उपस्थित डॉक्टरों को फटकार लगाते हुए कामकाज सुधारने की नसीहत दी. साथ ही, मौके पर मौजूद सिविल सजर्न डॉ अरविंद कुमार को भी अस्पताल के प्रति चौकस रहने का निर्देश दिया.