गया: पेटावैलेंट टीका अब तक आम आदमी के पहुंच से बाहर थी. सरकार ने इस टीके को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से नि:शुल्क पेंटावैलेंट टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है. ये बातें डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने कहीं. डीएम ने बुधवार को जेपीएन हॉस्पिटल में दीप जला कर पेंटावैलेंट टीका का उद्घाटन किया.
इस मौके पर डीएम ने कहा कि टीकाकरण में लापरवाही कतई बरदाश्त नहीं की जायेगी. इस बात का ध्यान अवश्य रखा जाये कि टीका के अभाव में एक भी बच्च स्वास्थ्य केंद्र से वापस न लौटे. सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्र में पेंटावैलेंट टीके की उपलब्ध सुनिश्चित की जाये. उन्होंने लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया. साथ ही, पेंटावैलेंट टीका का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा, ताकि अधिक से अधिक बच्चे लाभान्वित हो सकें.
डीएम ने कहा कि सीडीपीओ, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम व जीविका के स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को पेंटावैलेंट टीका व इसके फायदे की जानकारी दी जायेगी. इसमें यूनिसेफ से भी सहयोग लिया जायेगा, ताकि पेंटावैलेंट टीकाकरण कार्यक्रम को एक अभियान का रूप दिया जा सके. उन्होंने जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र चौधरी को नियमित रूप से कार्यक्रम की मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया. वरीय उपसमाहर्ता इस कार्यक्रम का नियमित निरीक्षण करेंगे. गौरतलब है कि गया जिला समेत पूरे प्रदेश में शून्य से एक वर्ष के बच्चों को पेंटावैलेंट टीका लगाया जाना है. इस टीके से बच्चों का गला घोंटू, काली खांसी, टिटनेस, हेपेटाइटिस-बी व हिब (निमोनिया, मैनिंजाइटिस, सेप्टिसेमिया, एपिग्लोटाइटिस व आर्थराइटिस) आदि बीमारियों से बच्चों का बचाव हो सके. पेंटावैलेंट टीका लगाने की सुविधा सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी), अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (एपीएचसी) व आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध होगा.
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र चौधरी के अनुसार, आमतौर पर नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत शून्य से एक वर्ष के सभी बच्चों को पेंटावैलेंट टीका लगाया जाना है. लेकिन, बच्चे के जन्म के छह सप्ताह, 10 सप्ताह व 14 सप्ताह पर यह टीका आवश्यक रूप से दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को डीपीडी का टीका लगाया जा चुका है, उन्हें यह टीका नहीं लगाया जायेगा. जन्म के समय बच्चों को दी जाने वाली बीसीजी, हेपेटाइटिस-बी व पोलियो की खुराक (ओपीवी) पहले की ही तरह ही दी जायेंगी. 16 से 24 माह व पांच से छह वर्ष में दी जाने वाली डीपीटी बूस्टर डोज भी पहले की तरह ही दिया जायेगा. इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राधा प्रसाद व जेपीएन अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एसजेड अहसन समेत बड़ी संख्या में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित थे.
बोधगया संवाददाता के अनुसार, प्रखंड के शेखवारा हेल्थ सब सेंटर पर बुधवार को पीएचसी प्रभारी डॉ उदय नारायण सिन्हा व हेल्थ मैनेजर डॉ मुरारी प्रसाद सिंह की मौजूदगी में पेंटावेलेंट टीका का शुभारंभ किया गया.
वजीरगंज प्रतिनिधि के अनुसार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, वजीरगंज के प्रांगण में वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विद्या भूषण ने एक बच्चे को पेंटावैलेंट का टीका लगा कर इस अभियान का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर डॉ एजाज अहमद, डॉ वजीरुद्दीन, आयुष चिकित्सक सत्यानंद शर्मा, हेल्थ मैनेजर, लेखा प्रबंधक प्रिंस कुमार व आशा प्रबंधक मिथलेश रवि आदि मौजूद थे.
कोंच प्रतिनिधि के अनुसार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कोंच के प्रांगण में पेंटावैलेंट वैक्सीन का शुभारंभ बुधवार को बीडीओ प्रशांत कुमार की उपस्थिति में हुआ. यह टीका छह सप्ताह से एक वर्ष तक के बच्चों को देना है. मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नंद किशोर सिंह, डॉ पंकज कुमार सिंह, डॉ अनिल कुमार आदि मौजूद थे.
इमामगंज प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर मे बुधवार को पेंटावैलेंट इंजेक्शन का बीडीओ नंद किशोर व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी राममूर्ति सिंह ने शुभारंभ किया.
शेरघाटी प्रतिनिधि के अनुसार, बच्चों को विभिन्न जानलेवा रोगों से बचाने के लिए बुधवार को अनुमंडलीय अस्पताल में पेंटावैलेंट टीकाकरण की शुरुआत डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह व डॉ उदय प्रसाद ने की़ आमस प्रतिनिधि के अनुसार, आमस स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को पेंटवैलेंट की शुरुआत की गयी.
मानपुर प्रतिनिधि के अनुसार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में बुधवार को पेंटावैलेंट का टीका लगाने को लेकर एक कार्यशाला आयोजित की गयी. कार्यशाला का दीप जला कर उद्घाटन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र चौधरी ने किया.