बोधगया: पटना क्षेत्र के आइजी अमरेंद्र कुमार आंबेडकर ने गुरुवार को महाबोधि मंदिर की सुरक्षा का जायजा लिया. आइजी ने मंदिर परिसर में लगाये गये 26 एचडी सीसीटीवी कैमरों के कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को बारी-बारी से देखा.
इस दौरान आइजी ने एसएसपी निशांत कुमार तिवारी व बीटीएमसी के सचिव एन दोरजी से पूछा कि महाबोधि मंदिर के बाहर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कोई कैमरा लगा है या नहीं? बताया गया कि फिलहाल मंदिर परिसर की ही कैमरों के जरिये निगरानी की जा रही है. इस पर आइजी ने कहा कि मंदिर परिसर के चारों तरफ आसपास के क्षेत्रों पर भी कैमरे से नजर रखी जानी चाहिए.
इसके साथ ही आइजी ने सीसीटीवी के कंट्रोल रूम व स्क्रीन के ऑपरेटर से पूछा कि सीसीटीवी में कैद तसवीरों को कितने दिनों तक रिकार्ड रखा जा सकता है. इस पर उन्हें बताया गया कि सभी फुटेज को 30 दिनों तक ही रखा जा सकता है. आइजी ने इसकी भी जानकारी ली कि रात में भी सीसीटीवी कैमरे कार्य करते हैं या नहीं? उन्हें बताया गया कि सभी 26 कैमरे नाइट विजन टेक्नोलॉजी से लैस हैं. इससे पहले आइजी ने महाबोधि मंदिर के प्रवेश मार्ग पर लगे डोर व हैंड मेटल डिटेक्टर्स के बारे में सुरक्षाकर्मी से जानकारी ली.
आइजी ने मंदिर के गर्भ गृह में पूजा-अर्चना की. बोधि वृक्ष व वज्रासन की सुरक्षा के बारे में भी जानकारी ली. एसएसपी से मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों की संख्या व अन्य संसाधनों के बारे में पूछा. अंत में मीडियाकर्मियों को आइजी ने बताया कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा इंतजाम की जानकारी ली. जरूरत के अनुसार संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये जायेंगे. इस दौरान आइजी के साथ डीआइजी पीके श्रीवास्तव, एसएसपी निशांत कुमार तिवारी, सीटी एसपी राकेश कुमार, डीएसपी बमबम चौधरी, बीटीएमसी के सदस्य डॉ अरविंद कुमार सिंह भी थे. आइजी ने बाराचट्टी थाने के कोहवरी गांव में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की. इसके बाद आइजी टिकारी थाने के पुरा गांव जाकर अजरुन मांझी ने हत्या कांड का जायजा लिया.