बोधगया: मगध विश्वविद्यालय की देखरेख में चलनेवाले दो और नये वोकेशनल पाठ्यक्रमों को कुलाधिपति के सचिवालय से हरी झंडी मिल गयी है. ये हैं एमएससी बायोकेमिस्ट्री और बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड). इन दोनों पाठ्यक्रमों के लिए लंबे समय से इंतजार चल रहा था.
राजभवन की सहमति के साथ ही विश्वविद्यालय ने तेजी से इन पाठ्यक्रमों को लागू करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. उल्लेखनीय है कि इन दोनों ही पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थियों के साथ ही छात्र नेता भी काफी दबाव बना रहे थे. ऊपरोक्त दोनों पाठ्यक्रमों में पढ़ाई के लिए राजभवन से सहमति मिल जाने से विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रओं को काफी राहत मिली है. अब गया और आसपास के विद्यार्थियों को इन पाठ्यक्रमों में यहीं एडमिशन मिल जायेगा, जिससे उनके समय और खर्च में काफी बचत होगी. बायोकेमिस्ट्री विभाग के निदेशक डॉ नंदजी कुमार (पूर्व कार्यवाहक कुलपति) ने बताया कि बिहार व झारखंड में बायोकेमिस्ट्री का एकलौता संस्थान मगध विश्वविद्यालय के पास है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में विभिन्न औद्योगिक-वाणिज्यिक क्षेत्रों में भी बायोकेमिस्ट्री का महत्व काफी बढ़ गया है.
बढ़ी है बायोकेमिस्ट्री की मांग
श्री कुमार ने बताया कि एमएससी-बायोकेमिस्ट्री के स्टूडेंट्स की अच्छी-खासी मांग है. इसमें प्लेसमेंट की संभावनाएं भी काफी बेहतर दिख रही हैं. उनके अनुसार, एडमिशन की प्रक्रिया को काफी कड़ाई से पूरा किया जायेगा. स्टूडेंट्स की योग्यता में किसी तरह की कोई कमी स्वीकार नहीं की जायेगी. उल्लेखनीय है कि एडमिशन के लिए किसी भी स्टूडेंट को केमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, जूलोजी, इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी, इनवायरमेंटल साइंस, बॉटनी, बायोटेक्नोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री में 10+2+3 पैटर्न में उत्तीर्ण होना चाहिए. वैसे, न्यूनतम 45} अंक के साथ एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री, वेट्रिनरी, मेडिकल साइंस और फार्मेसी से ग्रेजुएट छात्र-छात्रओं को भी अवसर मिल सकता है.
बीपीएड की तैयारी शुरू
मगध विश्वविद्यालय प्रशासन ने बीपीएड में एडमिशन के लिए भी तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए जरूरी कागजात तैयार किये जा रहे हैं. संसाधनों का मुआयना करने का काम भी शुरू हो गया है. विश्वविद्यालय प्रबंधन के मुताबिक, जल्दी ही एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.