बांकेबाजार/इमामगंज/मदनपुर (गया) : गया-औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में नक्सलप्रभावित क्षेत्र पचरूखिया व लंगुराही के जंगल में एक शक्तिशाली आइइडी विस्फोट में शहीद हुए लखीसराय के जवान रोशन कुमार ने 2016 में सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर ज्वाइन किया था. दिसंबर 2018 में रोशन सीआरपीएफ की कोबरा 205 बटालियन में आये और महज दो महीने में ही नक्सली घटना में शहीद हो गये.
बताया जाता है कि शहीद रोशन कुमार लखीसराय के रामगढ़ चौक थाना क्षेत्र के गड़संडा गांव के रहने वाले मिथलेश कुमार के इकलौता बेटे थे. उनके परिवार में माता रगिना देवी, पिता मिथिलेश कुमार के साथ एक बहन मनीषा है. बुधवार को डुमरिया के छकरबंधा गांव स्थित कोबरा 205 के जवान को सूचना मिली कि नक्सलियों की गतिविधि पचरूखिया व लंगुराही के साथ लुटुआ में बढ़ गया है. इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया. सूचना यह भी थी कि शक्तिशाली आइइडी भी लगाये गये हैं.
इस दौरान कोबरा के अधिकारी के साथ जिले के एसएसपी राजीव मिश्रा दोपहर में मुठभेड़ होने की बात कह रहे हैं. सर्च के दौरान कोबरा बटालियन को तीन आइइडी मिले, जिसमें एक आइइडी विस्फोट कर गया. आइइडी विस्फोट में सब इंस्पेक्टर के दोनों पैर उड़ने की सूचना मिली. इसके साथ ही एक अन्य जवान के घायल होने की भी सूचना मिल रही है. उसके बाद रांची से चौपर मंगवा कर घायल अधिकारी को पटना के एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी.
इधर, विस्फोट के बाद कोबरा बटालियन द्वारा जंगली इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है. गौरतलब है कि औरंगाबाद व गया जिला के सीमा पर लंगुराही, पचरूखिया व लुटुआ इलाके में नक्सलियों व अर्द्धसैनिक बलों के बीच सह मात का खेल लगातार चलता रहता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जंगलों में बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए नक्सलियों के जुटने की सूचना पर ही सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. इमामगंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुशील कुमार ने कोबरा अधिकारी की मौत की पुष्टि की है.