Advertisement
विश्वस्तरीय होगा बोधगया आइआइएम कैंपस
बोधगया : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) बोधगया के लिए अपना कैंपस बनाने के मसौदे पर बुधवार को आइआइएम व सीपीडब्ल्यूडी के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर साइन किया गया. आइआइएम बोधगया की डायरेक्टर डॉ विनीता सहाय व केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के महानिदेशक प्रभाकर सिंह के बीच एमओयू की अदला-बदली की गयी. […]
बोधगया : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) बोधगया के लिए अपना कैंपस बनाने के मसौदे पर बुधवार को आइआइएम व सीपीडब्ल्यूडी के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर साइन किया गया. आइआइएम बोधगया की डायरेक्टर डॉ विनीता सहाय व केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के महानिदेशक प्रभाकर सिंह के बीच एमओयू की अदला-बदली की गयी.
इस अवसर पर सीपीडब्ल्यूडी के महानिदेशक ने कहा कि बोधगया में स्थित आइआइएम कैंपस का निर्माण नयी तकनीक के साथ इको फ्रेंडली व विश्वस्तरीय होगा. लोग बोधगया को देखने के साथ ही आइआइएम बोधगया के कैंपस को देखना चाहेंगे. इसके लिए सभी तरह की सुविधा से युक्त, गुणवत्तापूर्ण व निर्धारित समयावधि में निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जायेगा.
इस अवसर पर आइआइएम बोधगया की डायरेक्टर डॉ विनीता सहाय ने आज के दिन को आइआइएम बोधगया के लिए ऐतिहासिक व यादगार बताया. उन्होंने कहा कि लंबे इंतजार के बाद आइआइएम बोधगया के लिए अपना कैंपस बनाने के लिए देश की सर्वोच्च निर्माण एजेंसी सीपीडीब्ल्यूडी के साथ एमओयू किया गया है. इससे आइआइएम बोधगया के स्टूडेंट्स काफी उत्साहित हैं. डायरेक्टर ने कहा कि सीपीडब्ल्यूडी के महानिदेशक का यहां आना और इस कार्यक्रम में शामिल होना, इस बात का संकेत देता है कि कैंपस का निर्माण निश्चित रूप से विश्वस्तरीय होगा.
सरस्वती वंदना से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत आइआइएम के छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना से की गयी. इसके बाद सीपीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर पीबी सिंह ने आइआइएम बोधगया कैंपस निर्माण के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी. कार्यक्रम में सीपीडब्ल्यूडी के डीजी एसके गर्ग, आइआइएम के एमडी ब्रिगेडियर चारु व आइआइएम बोधगया के स्टूडेंट्स शामिल हुए. इस दौरान अतिथियों को मेमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया.
119 एकड़ जमीन पर बनेगा कैंपस
आइआइएम बोधगया का कैंपस 119 एकड़ जमीन पर होगा. बुधवार को एमओयू को लेकर आयोजित कार्यक्रम में जानकारी दी गयी कि पहले चरण में 60 हजार 383 वर्ग मीटर जमीन पर निर्माण कार्य किया जायेगा. इसके लिए 36 महीने का समय निर्धारित है, जिसमें छह महीने तक प्लान, नक्शा, डिजाइन आदि में समय गुजरेगा. इसके बाद चार महीने तक टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. उक्त कार्य पूरा होने के बाद शेष 26 महीने में विभिन्न भवनों का निर्माण कार्य पूरा किया जायेगा.
जानकारी दी गयी कि 6963 वर्ग मीटर में पुरुष छात्रावास (299 सीट), 9206 वर्ग मीटर में संयुक्त हॉस्टल (224 सीट लड़कियों के लिए व 50 सीट शादीशुदा छात्राओं के लिए), इसी तरह कैंपस में किचेन व डायनिंग हॉल, सेटेलाइट शॅापिंग कॉॅम्प्लेक्स, स्टूडेंट्स कैंटिन, डायरेक्टर रेसिडेंस, टाइप छह- प्रोफेसर क्वार्टर, टाइप पांच-एसोसिएट प्रोफेसर, चीफ एडमिन अफसर व फाइनेंस एकाउंट के लिए एक-एक क्वार्टर, टाइप चार-असिस्टेंट प्रोफेसर क्वार्टर, मेडिकल अफसर के लिए एक क्वार्टर, शिक्षकेतर कर्मचारियों के लिए अलग-अलग श्रेणी में 114 क्वार्टर, क्लास रूम कॉम्प्लेक्स, फैकल्टी भवन, वर्चुअल लर्निंग सेंटर व ऑडियो विजुअल क्लास रूम, एडमिनिस्ट्रेटिव कॉम्प्लेक्स सह इंजीनियरिंग वर्कशॉप और इलेक्ट्रिकल सब-स्टेशन का निर्माण किया जायेगा. इसके साथ ही आइआइएम कैंपस में पर्यावरण के लिहाज से पौधारोपण व पार्क का भी निर्माण किया जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement