नाले का पानी बाहर निकालने के लिए बनाया गया बांध कारगर नहीं
गया : फल्गु में ऐसे भी बरसात छोड़ कम ही दिनों तक पानी रह पाता है. दंतकथा है कि सीता जी ने नदी को श्राप दे रखा है. दंतकथा से अधिक दंश लोगों के कारण फल्गु को झेलनी पड़ रही है. पूरे शहर के नालों का गंदा पानी नदी में बहाया जाता है. अब मनसरवा नाले का गंदा पानी भी फल्गु में बह रहा है.
फल्गु नदी में शहर के नालों का पानी रोकने की मांग वर्षों से की जा रही है. पहले ही नालों के पानी के कारण देवघाट से लेकर कंडी तक रिवर साइड का अंडरग्राउंड वाटर लेयर प्रदूषित हो गया है. अब हालात यह है कि दंडीबाग जलापूर्ति केंद्र के बोरिंग तक भी नालों का पानी पहुंच रहा है. इसके साथ ही श्मशान घाट के पास मनसरवा नाले का पानी डायरेक्ट नदी में गिराया जा रहा है.
इसके कारण लखपुरा का अंडर ग्राउंड वाटर लेयर प्रदूषित हो गया है. निगम सूत्रों का कहना है कि श्मशान घाट से लेकर देवघाट तक शहरी विकास अभिकरण से लगभग 10 लाख रुपये की लागत से मनसरवा नाले का पानी निकालने के लिए नाला बनाया गया है. नया बनाये गये नाले की ऊंचाई अधिक होने के कारण लखपुरा के पास बांध बनाया गया है, ताकि बांध के पास दो फुट पानी जमा होकर नाले में पहुंचने लगे लेकिन, बांध के दक्षिण तरफ कच्चा रहने के कारण पानी नाला के बदले नदी में पहुंच जा रहा है.
स्थिति संभालने का नगर निगम ने उठाया बीड़ा
फल्गु नदी में नाले का पानी नहीं गिरे इसके लिए नगर निगम में योजना बनायी गयी है. शुरू में दंडीबाग जलापूर्ति केंद्र प्रदूषित नहीं हो इसके लिए केंदुआ से लेकर श्मशान घाट तक लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से नाला बनाने का प्राक्कलन तैयार कर लिया गया है.
इसके साथ ही केंदुआ से कंडी नवादा तक नाला बनाकर गंदा पानी शहर से बाहर गिरा कर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर पानी को शुद्ध करने की लगभग 37 करोड़ रुपये की योजना है. यह प्रस्ताव नगर निगम बोर्ड की बैठक में पारित कर लिया गया है. जानकारों का कहना है कि केंदुआ से कंडी नवादा तक नाला व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगने के बाद नदी में गंदा पानी गिरना बंद हो जायेगा. इसके बाद कई जगहों के अंडरग्राउंड लेयर में सुधार आयेगा.
जल्द स्थिति सुधारने के किये जा रहे प्रयास
निगम बोर्ड की बैठक में शहर के ड्रेनेज का पानी निकालने के लिए फल्गु के किनारे नाला बनाने का प्रस्ताव पारित कर लिया गया है. सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद इसमें काम चालू कर दिया जायेगा. ऐसे पहले डूडा के माध्यम से कुछ दूर तक नाला बनाया गया है. इन सभी कामों से पहले दंडीबाग जलापूर्ति केंद्र को सुरक्षित करने के लिए केंदुई से लेकर श्मशान घाट तक नाला का काम शुरू किया जाना है. जल्द ही काम शुरू करने की कार्रवाई की जा रही है.
वीरेंद्र कुमार, मेयर