गया : पेयजल संकट के विरोध में लोगों ने सड़क पर उतर कर जम कर हंगामा किया. करीब पांच घंटे तक गया-पटना रोड को वागेश्वरी मंदिर मोड़ के पास जाम रखा. कड़ी धूप में जाम में फंसे लोग काफी परेशान थे. जाम खुलवाने के लिए प्रदर्शन वाले स्थल पर पहुंचने में अधिकारियों ने कई घंटे लगा दिये, जबकि शहर में नगर आयुक्त भी मौजूद थे.
वहीं दूसरी ओर अधिकारी पेयजल संकट को दूर करने के बजाय पूरी तौर से लाचार व बेबस नजर आये. अधिकारियों का कहना था कि जलापूर्ति केंद्र से वाटर सप्लाइ के लिए पाइपलाइन बिछा हुआ है. लेयर नीचे चले जाने के कारण बोरिंग से जरूरत को पूरी करने के अनुपात में पानी नहीं निकल रहा है. ऐसी स्थिति में अंडर ग्राउंड लेयर ऊपर आने के बाद ही समस्या का समाधान हो सकता है.
करीब पांच घंटा बीतने के बाद जाम खुलवाने के लिए सिटी मैनेजर राजमणि गुप्ता व जल पर्षद के प्रभारी कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार सिंह वागेश्वरी पहुंचे. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मौके पर अधिकारियों के पहुंचते ही अपशब्द कहते हुए निगम विरोधी नारे लगाने लगे. काफी समझाने-बुझाने के बाद लोग जाम हटाने को तैयार हुए. जाम में फंसे लोगों का कहना था कि सालों भर अधिकारी कान में तेल डाल कर सोते हैं जब समस्या विकराल होती है, तो हल ढूंढ़ने निकलते हैं.
पहले ही अधिकारी को समस्या का हल निकाल लेनी चाहिए. जाम होने से कई लोगों को बेवजह परेशानी झेलनी पड़ती है. जाम करनेवालों में वागेश्वरी, बमबाबा, संजय नगर, पहड़तल्ली व ठाकुरबाड़ी आदि मुहल्ले के लोग थे.
कब तक होता रहेगा रोड जाम: शहर के 53 वार्डों के विभिन्न मुहल्लों में करीब 70 जगहों पर पेयजल की आपूर्ति टैंकर से किये जाने की मांग हो रही है लेकिन, अब तक महज 48 जगहों पर ही निगम टैंकर से पानी पहुंचा पा रहा है.
आयुक्त से मिलने पहुंचे लोग
वागेश्वरी के आसपास के लोग नगर आयुक्त डॉ ईश्वर चंद्र शर्मा से मिलने कार्यालय में पहुंचे. वार्ड पार्षद प्रतिनिधि दिलीप कुमार ने बताया कि आयुक्त ने वागेश्वरी के पास पाइपलाइन में चाबी लगाने व धोबिया घाट जलापूर्ति केंद्र में अधिक क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मर लगाने का दिया है. नगर आयुक्त के आश्वासन से लग रहा है कि इस बार समस्या का समाधान निकाल लिया जायेगा.
पैसों की किल्लत आ रही सामने
पेयजल योजना में कुछ भी काम करने के लिए निगम में पैसा नहीं होने की बात सामने आ रही है. निगम सूत्रों का कहना है कि पंचम वित्त के पैसों से थोड़ा बहुत काम पेयजल योजना में कराया जाता है. लेकिन अब तक इस बार पंचम वित्त का पैसा नगर निगम को सरकार से नहीं मिला है. इतना ही नहीं विभागीय व टेंडर से पेयजल योजना के तहत कराये गये विभिन्न कार्य का ठेकेदार व इंजीनियर का करीब 10 करोड़ रुपये का पेमेंट पैसे के अभाव में नहीं किया जा सका है.
इसके साथ ही कई पेयजल योजनाओं का टेंडर होने के बाद भी ठेकेदार काम लगाने में निगम के पास पैसा आने का इंतजार कर रहे हैं. एक ठेकेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि काम की एक सीमा होती है. पब्लिक टेंडर होते ही योजना में काम खोजने लगते हैं. यहां पहले से किये गये काम का पेमेंट अब तक नहीं हुआ है. दोबारा पूंजी लगाने के स्थिति में नहीं हैं.
एपी कॉलोनी में सीवरेज जाम, गंदा पानी सड़क पर
गया : शहर के रिहाइशी इलाका एपी कॉलोनी के कैंटीन गली में सीवरेज जाम होने से नाले का पानी रोड पर बह रहा है. लोगों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से अंडरग्राउंड नाले की सफाई यहां ढंग से नहीं की गयी है. सफाई के नाम पर हर वर्ष सिर्फ खानापूर्ति की जाती रही है, इस बार तो अब तक काम भी शुरू नहीं किया गया है. लोगों ने कहा कि कई अधिकारी हर रोज इधर से ही गुजरते हैं व कईयों का आवास भी एपी कॉलोनी में ही है. उसके बाद भी यहां हर वर्ष नाले का पानी सड़क पर बहता रहता है.
पहले कुछ सफाई होने के बाद सिर्फ बरसात में लोगों को जलजमाव का सामना करना पड़ता था लेकिन, इस बार गर्मी में नाले का पानी सड़क पर आ गया है. बरसात के मौसम में स्थिति और बदतर होगी. मंगलवार को वार्ड पार्षद ने शिकायत निवारण शिविर में इस मुद्दे को उठाया था. लेकिन, किसी ने इस पर कार्रवाई करने की पहल नहीं की. पार्षद गजेंद्र सिंह कहते हैं कि काम करने की इच्छाशक्ति नगर निगम के किसी अधिकारी में नहीं है. सभी सिर्फ अपनी नौकरी का किसी तरह निर्वाह करने में लगे हुए हैं. मंगलवार को सीवरेज सफाई की बात उठाने के बाद किसी ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया. ऐसे इस मामले को बोर्ड की बैठक में भी उठाया जायेगा.