गया: मगध मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में एक बार नये सिरे से ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट लगाने की कवायद तेज कर दी गयी है. अब तक यह सुविधा इस अस्पताल में नहीं है और पीजी की मान्यता प्राप्त करने के लिए इसका होना अनिवार्य माना जाता है. हालांकि, तीन साल पूर्व ही बिहार राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी ने ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट डोनेट किया था.
पर, जगह उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण दो साल बाद वापस मंगा कर आइजीआइएमएस को दे दिया गया. अब अस्पताल अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा द्वारा कोशिश की जा रही है कि ब्लड बैंक व ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट एक ही जगह उपलब्ध हो. इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सचिव व बिहार राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के निदेशक को पत्र लिखा है. साथ ही अस्पताल परिसर में बेकार पड़ा एक भवन की मरम्मत के लिए भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को भी पत्र लिखा है. उनके प्रयास के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति ने ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट देने की सहमति प्रदान कर दी है.
साथ ही अविलंब कार्य प्रारंभ करने का निर्देश भी दिया गया है. समझा जाता है कि अस्पताल अधीक्षक को इस कार्य में बहुत जल्द कामयाबी मिल जायेगी. इसके बाद मरीजों को हॉल ब्लड के साथ-साथ ब्लड कंपोनेंट (आरबीसी, डब्ल्यूबीसी, प्लाज्मा, प्लेटलेट्स) भी मिल सकेंगे. इससे एक यूनिट ब्लड से कई मरीजों की जान बचायी जा सकती है. डेंगू जैसे जानलेवा बीमारी में मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाना अनिवार्य होता है.