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विषाक्त भोजन का असर, 100 से अधिक बीमार
गया/वजीरगंज : वजीरगंज के अमेठी पंचायत के बुधौल गांव में बुधवार की रात एक शादी समारोह में खाना खाने के बाद 100 से अधिक लोग बीमार हो गये. मामला फूड प्वाइजनिंग का है. जानकारी के मुताबिक, बुधौल गांव के उपेंद्र चौहान की बेटी की शादी थी. खाने में पूड़ी, सब्जी, पुलाव, दाल व दो तरह […]
गया/वजीरगंज : वजीरगंज के अमेठी पंचायत के बुधौल गांव में बुधवार की रात एक शादी समारोह में खाना खाने के बाद 100 से अधिक लोग बीमार हो गये. मामला फूड प्वाइजनिंग का है. जानकारी के मुताबिक, बुधौल गांव के उपेंद्र चौहान की बेटी की शादी थी. खाने में पूड़ी, सब्जी, पुलाव, दाल व दो तरह की मिठाइयां थीं.
बरात के आने में देर थी, सो गांव के लोगों को खाना खिलाया जाने लगा. पता चला कि जिन लोगों ने खाना खाया था,उन्हें थोड़ी देर बाद उल्टी,दस्त व चक्कर आने लगे. देखते ही देखते स्थिति गंभीर हो गयी. एक के बाद एक करीब 100 लोग बीमार हो गये. गांव में अफरा-तफरी मच गयी. इसी दौरान बरात भी पहुंच गयी. जिस बस से बरात आयी थी, उसी बस से सभी बीमारी लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. सीएचसी से करीब 72 लोगों को मगध मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया गया जहां सभी का इलाज चल रहा है. मगध मेडिकल काॅलेज व अस्पताल के अधीक्षक डाॅ सुधीर कुमार सिन्हा के मुताबिक सभी खतरे से बाहर हैं और तेजी से रिकवर हो रहे हैं.
मेडिकल काॅलेज पहुंचे 72 मरीजों में 35 बच्चे
मगध मेडिकल काॅलेज में इलाज के लिए कुल 72 बीमार लोगों में से 35 बच्चे हैं. इनमें सबसे अधिक आठ वर्ष उम्र के सात बच्चे हैं. इनके अलावा 10 साल के पांच,दो साल के चार,तीन साल के एक,चार साल के दो, पांच व छह साल के चार,सात साल के दो, नौ साल का एक,11 साल के तीन व 12 साल का एक बच्चा है. इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सक भी घबरा गये थे. फूड प्वाइजनिंग के केस में बच्चे व वृद्धों को लेकर अधिक चिंता होती है. मेडिकल काॅलेज पहुंचे मरीजों में तीन 50 वर्ष, एक 58 वर्ष व एक 60 वर्ष के भी मरीज हैं. राहत की बात यह है कि सभी खतरे से बाहर हैं.
डीएम ने दिये जांच के आदेश
सुबह डीएम अभिषेक सिंह व एसएसपी गरिमा मलिक मरीजों का हाल जानने पहुंचीं. डीएम ने सभी मरीजों को देखा. अस्पताल प्रशासन से बात कर बेहतर इलाज का निर्देश दिया. डीएम ने सिविल सर्जन व फूड इंस्पेक्टर को सभी भोजन के सैंपल लेकर जांच कराने को कहा है. उन्होंने कहा कि इसके बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि किस भोजन को खाने से लोग बीमार हुए हैं.
विधायक ने दिया मिनरल वाटर
बेलागंज विधायक सह राजद के वरीय नेता डाॅ सुरेंद्र प्रसाद यादव व उनके पुत्र विश्वनाथ यादव भी अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने सभी मरीजों के लिए मिनरल वाटर की व्यवस्था की. उन्होंने कहा कि फूड प्वाइजनिंग के बाद हो रहे डिहाइड्रेशन को कंट्रोल करने के लिए बहुत जरूरी है कि मरीज पानी लेते रहें. यही वजह है कि मरीजों को मिनरल वाटर मुहैया कराया गया है. इसके बाद उन्होंने अस्पताल के चिकित्सकों से भेंट कर मरीजों के चल रहे इलाज की जानकारी ली.
सभी केस फूड प्वाइजनिंग के हैं. रात में जैसे ही सूचना मिली तो एंबुलेंस भेज कर सभी को मेडिकल काॅलेज में भरती करा लिया गया. एक बच्चे को छोड़ कर सभी की स्थिति सामान्य है. उस बच्चे को आइसीयू में रखा गया, वह भी खतरे से बाहर है. चिकित्सकों को कहा गया है कि वह सभी मरीजों पर ध्यान रखें. जो जैसे ठीक होता है उसे डिस्चार्ज कर दें. सिविल सर्जन से कहा गया है कि वहां के भोजन का सैंपल ले कर जांच के लिए भेजें ताकि फूड प्वाइजनिंग के कारणों का पता चल सके.
वजीरगंज पहुंची मेडिकल टीम
गुरुवार की सुबह सिविल सर्जन डाॅ राजेंद्र प्रसाद सिन्हा,वजीरगंज स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ विपिन कुमार, वजीरगंज थानाध्यक्ष रामाज्ञा राय, प्रखंड विकास पदाधिकारी शत्रुंजय कुमार सिंह बुधौल गांव पहुंचे. यहां इन लोगों ने रात की घटना की जानकारी ली.मेडिकल टीम ने यहां भी लोगों के स्वास्थ्य की जांच की. सिविल सर्जन डाॅ सिन्हा ने गांव में लोगों के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया है.
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