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सबूत जुटाने में लगे 100 दिन

गया : राजा सिंह अपहरणकांड को सुलझाने के लिए सिटी एसपी चंदन कुशवाहा द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) को 100 दिन लग गये. एसआइटी में सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह, रामपुर इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता समेत कुछ चुनिंदा पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया था. हालांकि, राजा की पत्नी किरण देवी ने 19 जनवरी […]

गया : राजा सिंह अपहरणकांड को सुलझाने के लिए सिटी एसपी चंदन कुशवाहा द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) को 100 दिन लग गये. एसआइटी में सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह, रामपुर इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता समेत कुछ चुनिंदा पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया था.

हालांकि, राजा की पत्नी किरण देवी ने 19 जनवरी को रामपुर थाने में योगी यादव व ब्रजेश यादव के विरुद्ध उसके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. योजना थी कि दोनों को उस समय गिरफ्तार किया जाय, जब उन पर लगाये गये आरोपों से संबंधित पुख्ता प्रमाण मिल जाये. इसी वजह से एसआइटी दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करने के बजाय गोपनीय तरीके से इन पर 24 घंटे नजर रख रही थी. दोनों की एक-एक गतिविधियों पर पुलिस की नजर थी. इनके मोबाइल फोन को सर्विलांस पर रखा गया था.

साथ ही, योगी, ब्रजेश व राजा सिंह के बीच विवाद के कारणों को भी पुलिस तलाश रही थी. उधर, एसआइटी की पूरी कार्रवाई से योगी व ब्रजेश अनभिज्ञ थे. छानबीन के दौरान मगध मेडिकल थाने के गोपी बिगहा के छोटे लाल यादव का बेटा पवन यादव एसआइटी के हत्थे चढ़ गया. पूछताछ में पहले तो पवन ने राजा सिंह के अपहरण को लेकर अनभिज्ञता जतायी. लेकिन, पुलिस के कड़ा रुख अख्तियार करने पर पवन ने सिलसिलेवार घटना की जानकारी दी.

योगी व ब्रजेश ने जम कर पीटा था राजा को

रामपुर थाने के इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता ने बताया कि पूछताछ में पवन ने एसआइटी को बताया है कि 14 जनवरी की देर रात योगी यादव ने उसे फोन कर मिर्जा गालिब कॉलेज के पास बुलाया. जब वह वहां पहुंचा, तो देखा कि राजा सिंह को योगी यादव व ब्रजेश कुमार पकड़े हुए हैं. योगी यादव मोटरसाइकिल से राजा को शास्त्री नगर के रोड नंबर एक स्थित अपने घर ले गया. योगी व ब्रजेश ने राजा को घर में बंद कर जमकर पिटाई की. राजा के मुंह से निकले खून के धब्बे से घर की फर्श, दीवार व ग्रिल पर लग गये. योगी के निर्देश पर पवन ने खून के धब्बे साफ किये. इस दौरान राजा की मौत हो गयी. इसके बाद योगी व ब्रजेश ने राजा के शव को मोटरसाइकिल पर रखा और चंदौती थाने के एफसीआइ गोदाम के पास तालाब में शव फेंक दिया.

योगी के घर मिले राजा के खून के धब्बे

इंस्पेक्टर ने बताया कि पवन की निशानदेही पर एफएसएल की टीम ने योगी के घर पर छापेमारी की. इस दौरान उस कमरे की छानबीन की गयी, जहां राजा की पिटाई की गयी थी. इस दौरान एफएसएल की टीम ने उक्त कमरे के दीवार, फर्श व ग्रिल से राजा के खून के धब्बे बरामद किया. खून के नमूने को गया कोर्ट में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) के समक्ष पेश किया जायेगा और उनके आदेश पर इसकी जांच के लिए एफएसएल भेजा जायेगा.

कपड़ों व फोटो से हुई पहचान

इंस्पेक्टर ने बताया कि 15 जनवरी की सुबह चंदौती थाने की पुलिस ने एफसीआइ गोदाम के पास तालाब से एक शव बरामद किया. शव की फोटोग्राफी करायी गयी. काफी कोशिश के बाद भी शव की शिनाख्त नहीं हो पायी. अंत में पुलिस ने 72 घंटे के बाद पोस्टमार्टम करा कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया. अंतिम संस्कार के पहले चंदौती पुलिस ने शव के कपड़ों को अपने पास रख लिया था, जिससे राजा सिंह की पहचान हो पायी.

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