गया: आचार्य उपेंद्रनाथ जी महाराज ने गुरुवार को प्रवचन के दौरान श्रद्धालुओं को अपने कर्तव्यों का सही रूप से पालन करने की सलाह दी. गुरुद्वारा रोड स्थित माहुरी मंडल भवन में प्रवचन के तीसरे दिन महाराज श्री ने कहा कि मनुष्य के लिए कर्तव्य ही सबसे बड़ा धर्म है.
इसलिए हमेशा अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए. उन्होंने भक्त प्रह्वाद की चर्चा की और कहा कि भगवान की भक्ति ही मुक्ति का सर्वश्रेष्ठ मार्ग है.
प्रह्वाद की भक्ति वर्तमान समय में भी प्रासंगिक है.
महाराज श्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में काल निर्णय व तिथि काफी महत्वपूर्ण हैं. सूर्य और चंद्रमा की गति से व समुद्र में आने वाले ज्वार भाटा से दिन व समय की गणना की जाती है. अंगरेजी कैलेंडर में तारीख का मतलब नहीं बताया जाता. लेकिन, भारतीय संस्कृति में कैलेंडर का वैज्ञानिक आधार होता है, जिसे पंचांग कहते हैं. आचार्य श्री उपेंद्र जी महाराज का माहुरी मंडल में आठ अप्रैल तक प्रवचन चलेगा.