गया: लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन वाहनों की धड़-पकड़ कर रहा है. चुनावकर्मियों को बूथों तक लाने-ले जाने व पैट्रोलिंग के लिए बड़े-छोटे वाहनों को जब्त किया जा रहा है. इस कारण जिले की सड़कों पर काफी कम संख्या में वाहन दिख रहे हैं. वाहनों की कमी से यात्रियों की परेशानी बढ़ गयी है. क्षमता से अधिक यात्रियों को वाहनों में बैठाया जा रहा है, जिससे दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ गयी हैं. आकलन के मुताबिक, जिले में चुनाव कार्य के लिए 25 सौ से ज्यादा वाहनों की जरूरत है.
वाहनों की कमी के कारण जिले के छोटे बाजारों से गया शहर तक काफी कम लोग पहुंच रहे हैं. बहुत जरूरी काम होने की स्थिति में ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. उधर, शहर के बाजारों में कम संख्या में खरीदारों के आने का असर गया के व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. चाहे कपड़ा हो या ज्वेलरी व्यवसाय, सभी दुकानों पर खरीदारों की संख्या कम दिख रहा हैं. अब दुकानदार चुनाव संपन्न होने का इंतजार कर रहे हैं. व्यवसायियों का कहना है कि चुनाव के कारण वाहनों की कमी होने से गांव-देहात के लोगों का बाजार आना कम हो गया है. इससे व्यवसाय में 60 से 80 प्रतिशत तक गिरावट आ गयी है.
नवरात्र व लगन भी होगा प्रभावित
सड़कों पर वाहनों की कमी से चैत्र नवरात्रा, छठ पूजा, रामनवमी व शादी-विवाह को लेकर खरीदारी करने बाजार आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. कई लोगों ने तो शादी-ब्याह की तिथि में भी परिवर्तन कर दिया है. लोगों का कहना है कि वे लोग समय से पहले खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं.