गया: किसी खास प्रत्याशी के पक्ष में वोट करना मतदाताओं की अब मजबूरी नहीं होगी. इस लोकसभा चुनाव में नोटा (इनमें से कोई नहीं) विकल्प मतदाताओंे को मिलेगा.
गया जिला पंचायत प्रशिक्षण संस्थान के व्याख्याता निर्मल कुमार शर्मा ने बताया पूर्व के चुनावों से हट कर इस बार लोकसभा चुनाव में ‘नोटा’ का विकल्प होगा. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) में प्रत्याशियों की संख्या से एक बटन अधिक होगा. उदाहरणस्वरूप, गया लोकसभा क्षेत्र में 13 प्रत्याशी होंगे, तो इवीएम में 14 बटन होंगे.
अंतिम बटन वैसे मतदाताओं के लिए होगा, जो किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में वोट नहीं देना चाहते हैं. हालांकि, मतगणना में निगेटिव वोट अधिक पाये जाने की स्थिति में क्या निर्णय लिया जायेगा, इस संबंध में चुनाव आयोग द्वारा अब तक स्पष्ट निर्णय नहीं लिया जा सका है. माना जा रहा है कि वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए यह तकनीक लागू की गयी है. चुनाव आयोग बाद में इस संबंध में कुछ निर्णय ले सकता है.